स्लीप डिसऑर्डर : जानिए कहीं आप इनमें से किसी का शिकार तो नहीं
नींद की ही बीमारियां होने लगें तो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी इससे प्रभावित होने लगता है। कई वजहों से हमें सोने की ऐसी बीमारियां होने लगती हैं, जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं।
छुट्टी वाले दिन ज्यादा सोना हर किसी को पसंद होगा, लेकिन सोचिए अगर आप दिन के 24 घंटे सोते ही रहें या फिर हफ्तों आपको जागने का मन न करे? इसे क्लीन-लेवीन सिंड्रोम कहते हैं। यह ऐसी स्थिति है जिसमें आपको दिन-रात का पता नहीं चलेगा और आप लम्बे समय तक सोते रहेंगे।
इस बीमारी को स्लीपिंग ब्यूटी सिंड्रोम भी कहा जाता है। ऑक्सफोर्ड की “ब्रेन” नामक जर्नल के मुताबिक दो तिहाई मरीजों में ये बीमारी संक्रमण की वजह से होती है। मेडिकल साइंस के आधार पर इसका इलाज लिथियम की निर्धारित मात्रा है।
सपने आप देखेंगे कई बार आप उसी तरह से काम करने लगेंगे। कई बार आप चिल्लाने लगेंगे, सपनों में आप कई बार ऐसी चीजें दिखाई देंगी जिनकी वजह से आप खुद को और दूसरों को हानि पहुंचा सकते हैं। इस स्थिति से गुजरने वाले मरीज अक्सर और बीमारियों से भी पीड़ित होते हैं।
मेडिकल साइंस में अभी तक इस बीमारी का कोई निर्धारित इलाज नहीं है। हालांकि कुछ लक्षणों का निवारण किया जा सकता है लेकिन पूरी तरह से इससे उभर पाना लगभग नामुमकिन है। ये बीमारी छह महीने से तीन सालों तक रहेगी और अगर हालात नहीं सुधरते हैं तो आप कोमा में जा सकते हैं। कई बार इस स्थिति में होने पर जान भी जा सकती है।