जानिए गर्मियों में ऊंट के दूध पीने के फायदे
ऊंट के दूध का उपयोग घुमंतू लोगों द्वारा सदियों से औषधीय रूप में किया जाता रहा है। यह दूध इंसानी बच्चों के लिए मां के दूध का सबसे बेहतर विकल्प में से एक है।
ऊंट का दूध सामान्य गाय के दूध की तुलना में स्वाद में थोड़ा नमकीन होता है। 24 मानव और पशु अध्ययनों की एक समीक्षा में पाया गया कि ऊंटनी का दूध मधुमेह, कैंसर, विभिन्न प्रकार के संक्रमण, भारी धातु विषाक्तता, कोलाइटिस और शराब से प्रेरित विषाक्तता सहित विभिन्न रोगों में लाभदायक होता है।
हम में से बहुत से लोगों ने ऊंटनी के दूध का सेवन कभी नहीं किया है। इसके गुणों को इसका नियमित सेवन करने वाले बहुत से लोगों द्वारा भी पूरी तरह से नहीं समझा गया है। बहुत से लोग गाय के दूध को अधिक पसंद करते हैं। यह उनके दिमाग में कभी आता ही नहीं है कि वे ऊंट से मिलने वाले इस उत्पाद का भी आनंद ले सकते हैं, जो कि गाय के दूध की तुलना में अलग-अलग तरीकों से अधिक फायदेमंद है। ऊंट के दूध में, अन्य पशुओं से अलग, विभिन्न तरह के पोषक तत्वों पाए जाते हैं और यह विभिन्न बीमारियों का इलाज कर सकता है।
ऊंट के दूध में एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है, जो पेट और आंतों के विकारों पर स्वास्थ्य की दृष्टि से लाभदायक प्रभाव डालती है। इसमें पाए जाने वाले मोनो और पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड तथा भरपूर विटामिन से हमारे कार्बोहाइड्रेट चयापचय में सुधार होता है। इसके अलावा, यह पाया गया कि फर्मेन्टेड (खमीरयुक्त) ऊंट के दूध में एक एंजाइम (एंजियोटेंसिन I-कंवर्टिंग एंजाइम, एसीई) होता है, जो दूध के प्रोटीन का पाचन सही से होने में मदद करता है।
पाचन तंत्र के स्वास्थ्य के लिए ऊंट के दूध के उपयोग पर हाल की रिपोर्टों से पता चला है कि ऊंट के दूध में एंटी-डायरिया गुण होते हैं। अध्ययन में शामिल वे सभी बच्चे, जिन्होंने ऊंटनी का दूध लिया और जिन्हें प्रति दिन 20 दस्त होते थे। इन बच्चों का मल त्याग सामान्य हो गया और वे ठीक हो गए। ऊंटनी के दूध का उपयोग उन छोटे बच्चों में भी किया जा सकता है जिन्हें रोटावायरस से दूषित खाने के कारण दस्त होती है, क्योंकि ऊंट का दूध एंटी-रोटावायरस एंटीबॉडी से समृद्ध होता है।
ऊंटनी के दूध में रोग से लड़ने वाले इम्युनोग्लोबुलिन पाए जाते हैं। इन इम्युनोग्लोबुलिन की एलर्जी के लक्षणों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है। हालांकि, एलर्जी के इलाज में ऊंट के दूध की प्रभावशीलता को पर्याप्त रूप से साबित करने के लिए अतिरिक्त वैज्ञानिक अनुसंधान की आवश्यकता है।