जानिए स्पर्म काउंट में कमी फर्टिलिटी को कैसे प्रभावित करती है ?

स्पर्म काउंट से मतलब पुरुषों के वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या से है। स्पर्म काउंट में कमी का सीधा संबंध प्रजनन क्षमता पर पड़ता है।

अगर आप आसानी से कंसीव करना चाहती हैं तो हेल्दी स्पर्म काउंट की बेहद जरूरी होता है। प्रेग्नेंट होने के लिए एक स्पर्म और एक एग की जरूरत पड़ती है।

स्पर्म काउंट में कमी से कुछ बीमारियां होने की संभावना बढ़ जाती है। जैसे हाई फ्रीक्वेंसी मेटाबॉलिक सिंड्रोम, डायबिटीज और हार्ट से संबंधित समस्याएं।

टेस्ट के बाद अगर स्पर्म काउंट कम निकलता है तो डॉक्टर टेस्टोस्टेरॉन लेवल, लाइफस्टाइल और ओवरऑल हेल्थ की जांच की सलाह दे सकता है।

स्पर्म काउंट प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है क्योंकि आपके पार्टनर के प्रेग्नेंट होने की संभावना स्पर्म काउंट में कमी के साथ कम हो जाती है।

स्पर्म क्वालिटि में कमी भी प्रग्नेंट होने की संभावना को प्रभावित करती है। पुरुषों के साथ ही कई बार इनफर्टिलिटी का कारण महिलाएं भी हो सकती हैं।

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