क्या आप जानते है कि मखाने कब खाना चाहिए ?
यदि कोई महिला एक महीने तक रोजाना 10 ग्राम भुना हुआ मखाना खाती है तो यौन रोग, ल्यूकोरिया, पीसीओडी आदि विकार दूर हो जाते हैं और सौंदर्य में निखार आता है।
व्रत के दौरान मखाने इसलिए खाए जाते हैं ताकि शरीर त्रिदोष मुक्त हो जाए।
गर्म दूध के साथ मखाने का सेवन करने से वीर्य गाढ़ा हो जाता है और शीघ्रपतन से राहत मिलती है।
यदि बच्चों को रोजाना 10 से 15 मखाने खिलाए जाएं और दूध पिलाया जाए तो उनकी स्मरण शक्ति तेज हो जाती है और उन्हें बुढ़ापे तक बॉल इंफेक्शन, सर्दी, खांसी, जुकाम, निमोनिया की समस्या नहीं होती है।
अधेड़ उम्र में चेहरे की झुर्रियां हटाने के लिए रोजाना 20 मखाने देसी घी में भूनकर काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर खाने से ढीली त्वचा में कसाव आता है।
ढीली, लटकी हुई योनि के कोर या सिकुड़ी हुई तथा सख्त बनाने के लिए 3 से 5 मखाने को कपड़े की पोटली में बांधकर 15 दिनों तक योनि में रखने से योनि का ढीलापन दूर हो जाता है।
5 मखानों को केसर के पानी में पिघला लें और इसमें थोड़ी सी मुल्तानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे चेहरे पर लगाने से चेहरे की सारी गंदगी, काले दाग, कील-मुंहासे दूर हो जाते हैं।
ध्यान रखें कि चूहों को यह बहुत पसंद है क्योंकि यह उनके दाँतों को मजबूत बनाता है। इसलिए मखाने को कभी भी खुली जगह पर न रखें।
यदि घर में बहुत सारे चूहे हों तो पिंजरे में मखाने रखकर एक या दो चूहों को पकड़कर उन्हें नील से रंगकर छोड़ दें, इससे घर के सभी चूहे भाग जाएंगे।
अगर आपको बहुत गंदे सपने आते हैं और मन में गंदे विचार आते हैं, नींद नहीं आती या डर, भय, भ्रम रहता है तो रोज रात को तकिए के नीचे 5 मखाने रखने से गहरी नींद आती है। इससे मन शांत रहता है। अगले दिन मखानों को किसी गंदे नाले में फेंक दें और तुरंत हाथ धो लें या स्नान कर लें।