4 हानिकारक आदतें जिसे लोग अच्छा समझते हैं
हम में से अक्सर लोग दिनभर में कई तरह की गलतियां करते हैं जिसमें कुछ ग़लतियां ऐसी होती है जिसके बारे में व्यक्ति को पता होता है कि यह गलत काम है लेकिन कुछ काम ऐसे भी होते हैं जो कि असल में होते तो गलत है लेकिन लोग उसे सही समझ कर, कर रहे होते हैं या फिर उन्हें इस बात का अंदाजा ही नहीं होता कि जो वह कर रहे हैं, वह सही है या फिर गलत है जिसकी वजह से कई बार नुकसान भी उठाना पड़ जाता है। तो चलिए आर्टिकल में आगे बढ़ते हैं ऐसी ही गलतियों के बारे में।
दोस्तों अक्सर लोग सुबह उठकर जो पहली गलती करते हैं वह है चेहरे को छूना। क्योंकि शायद यह तो आपको भी पता होगा कि हमारे हाथों में बैक्टीरिया होते हैं। लेकिन पूरी रात सोते समय हाथ नहीं धोया जाता। इस वजह से हाथों में बैक्टीरिया की मात्रा और भी ज्यादा बढ़ जाती है और फिर उसी हाथ से सुबह चेहरे को छूने से स्किन में इन्फेक्शन होने के चांसेस बहुत ज्यादा रहते हैं। खासकर अगर चेहरे में किसी भी तरह की एक्ने या पिंपल्स की प्रॉब्लम होती है तो ऐसे में चेहरे को छूने वाली यह आदत और भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए चेहरे को छूने से पहले एक बार हाथों को जरूर दो लेना चाहिए।
- दोस्तों आज भी बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो कि ब्रश करना बिल्कुल भी जरूरी नहीं समझते हैं। लेकिन जो लोग करते भी हैं तो एक ही ब्रश को इतने लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं कि जब तक कि ब्रश का पूरी तरह से जनाजा नहीं निकल जाता तब तक कि उसे बदलना बिल्कुल भी जरूरी नहीं समझते हैं जो कि एक बहुत ही गलत तरीका है क्योंकि टूथब्रश से दातों की सफाई तब तक ही हो पाती है जब तक कि उसके ब्रुसेल्स सीधे रहते हैं और जब एक बार ब्रश फैल जाए तो वह दांतो के बीच नहीं पहुंच पाता और जिससे कि हमें तो ऐसा लगता है कि हम डेली ब्रश कर रहे हैं। लेकिन एक्चुअल में दांतो की सफाई हो ही नहीं पाती है।
3.दोस्तो ज्यादातर लोगों को ऐसा लगता है कि हर वह चीज जिसे इस्तेमाल करने पर बहुत ज्यादा झाग बनता है। उससे सफाई भी बहुत अच्छी तरह होती है। लेकिन ऐसा सोचना पूरी तरह गलत है क्योंकि अच्छी सफाई के लिए झाग बनना बिल्कुल भी जरूरी नहीं है। लेकिन क्योंकि ज्यादातर लोग ऐसा सोचते हैं इसलिए कई सारी कंपनियां दातों की सफाई के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टूथपेस्ट में भी झाग पैदा करने के लिए एक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है और जिसका नाम है.
“सोडियम लॉरिल सल्फेट” इसे शार्ट में “SLS” भी कहा जाता। दोस्तों यहा सोचने वाली बात यह है कि जिस केमिकल का इस्तेमाल डिटर्जेंट के रूप में किया जाता है, वह कितना हानिकारक होता है और उसी केमिकल को झाग पैदा करने के लिए हमारे टूथपेस्ट में डाल दिया जाता है और जिसे लोग अच्छा समझ कर खुशी खुशी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन इसी बात का जानना जरूरी है कि यह केमिकल हानिकारक केमिकल की केटेगरी में आता है जोकि स्किन मैं इंफेक्शन करने के साथ-साथ और भी कई दूसरी प्रॉब्लम पैदा कर सकता है।
4.दोस्तों वैसे तो नहाने में लोग अक्सर कई तरह की गलतियां करते हैं लेकिन जो सबसे आम गलती होती है, वह होती है कि शरीर के साथ-साथ चेहरे और बालों में भी साबुन का इस्तेमाल करना। क्योंकि बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि साबुन में केमिकल नहीं होता जबकि फेस वॉश और शैंपू में केमिकल होते हैं, लेकिन ऐसा सोचना भी पूरी तरह से गलत है क्योंकि साबुन में और भी ज्यादा केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है.
और क्योंकि चेहरे और बालों के लिए बिल्कुल भी सूटेबल नहीं होता और इतना ही नहीं ज्यादातर साबुन में झाग पैदा करने के लिए उसमें “एस एल एस यानी सोडियम लॉरिल सल्फेट” जैसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा साबुन में सोडियम और फैट भी काफी मात्रा में मौजूद होता है जिससे कि साबुन का चेहरे और बालों में लगातार इस्तेमाल करने से यह स्किन को बहुत ज्यादा ड्राई और डैमेज कर सकता है।