भारत का विभाजन कौन चाहता था, हिंदू या मुसलमान? बंटवारे से कौन खुश था? जानिए
भारत के विभाजन का कार्य ब़िटिश सरकार के अधिकारियों द्वारा पहले से ही बंगाल का कार्य कर आरंभ कर दिया था कयोंकि वे. नहीं चाहते थे कि भारत मेंं उनके खिलाफ आंदोलन हों तथा भारत एक मजबूत राष्ट्र बन कर उभरे ।इसी कड़ी में उनहोने मुसलमानों को अलग कर अपनी योजना मेंं शामिल किया और एक मुसलमान मोहम्मद अली जिनना को अपने साथ मिलाया जो कि एक मूल रूप से हिन्दू परिवार में पैदा हुआ था ।
जिनना को.तपेदिक की बीमारी थी और उस कारण वह आजादी के एक.साल के अंदर ही मर गया ।उसका इलाज बंबई के एक गुजराती हिन्दू डाकटर के यहाँ चलता था जिसने उसकी बीमारी को छुपा कर रखा कयों कि यदि यह आजादी मिलने के पहले ही पता चल जाता तो भारत का विभाजन नहीं हो सकता था ।
विभाजन से आम हिन्दू या मुसलमान कोई खुश नहीं था । कहने का मतलब यह.साबित होता है कि हिन्दू सोच की सवारथ के कारण पाकिस्तान बन गया ।