जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर लगा ध्वज रोज क्यों बदला जाता है? जानिए वजह
जगन्नाथ मन्दिर के शिखर पर लगा ध्वज रोज बदला जाता है। सुना जाता है कि इस मन्दिर प्रतिदिन सैकेड़ो ध्वज भेंट चढ़ते हैं। यही कारण लगता है कि प्रतिदिन ध्वज बदला जाता है। इस मन्दिर में छुआछात नहीं हैं इसमें ऐसा क्यों नहीं?
सत को कितना दबाया गया है, जानिए ये पवित्र यादगारें आदरणीय हैं, परन्तु आत्मकल्याण तो केवल पवित्र गीता जी वह पवित्र वेदों में वर्णित तथा परमेश्वर कबीर जी द्वारा दिए तत्वज्ञान के अनुसार भक्ति साधना करने मात्र से ही सम्भव है।
अन्यथा शास्त्र विरुद्ध होने से मानव जीवन व्यर्थ हो जायेगा।
प्रमाण श्रीमद भगवत गीता जी अध्याय 16 मन्त्र 23–24 श्री जगन्नाथ के मन्दिर में प्रभु के आदेशानुसार पवित्र गीता जी के ज्ञान की महिमा का गुणगान होना ही श्रेयकर हैं तथा जैसा श्रीमदभगवत गीता जी में भक्ति विधि है जिसे केवल तत्वदर्शी सन्त बताए।