कोरोना वायरस की खौफ के बीच देश के लिए आई बहुत बड़ी खुशखबरी, जानकर आप भी खुश हो जाएंगे
दोस्तों आपको बता दें कि भारत में कोरोनावायरस का कहर लगातार जारी है लगातार कोरोनावायरस की संख्या बढ़ रही है और नववर्ष की संख्या भारत में 800 से ऊपर हो गई है जिससे सरकार तथा लोग काफी डरे हुए तथा गंभीर हैं। यह संख्या लगातार बढ़ रही है जिसे सरकार ने लॉक डाउन उनका घोषणा भी कर दिया है।
हालाँकि इस बीच देश के लिए एक बड़ी खुशखबरी भी आई है I देशभर में लॉकडाउन के कारण पिछले पांच दिनों में महानगरों समेत 104 शहरों में वायु प्रदूषण के स्तर में 25 फीसदी तक की गिरावट देखी गई है.
वहीं दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बहुत ऊपर चला गया था जो अब सामान्य स्थिति में आ रहा है जो हमारे पर्यावरण के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी निकलकर सामने आई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस बात का दावा किया है। सीपीसीबी के मुताबिक लॉकडाउन के कारण गाड़ियों और कारखानों सें कार्बन उत्सर्जन काफी हद तक घटा है। हमारे देश के साथ-साथ अन्य देशों का भी इसकी काफी सुधर गई है अन्य देशों में भी प्रदूषण का मात्रा में बहुत कमी आई है तथा पर्यावरण स्वच्छ हो रहा है।
जनता कर्फ्यू के दिन 22 मार्च से गुरुवार तक शहरों में वायु प्रदूषण के प्रमुख कारकों (पीएम 10, पीएम 2.5 और एनओ) के उत्सर्जन में गिरावट दर्ज की गई.
लाकडाउन के वजह से भारत के चारों महानगरों का हवा में काफी सुधार देखा गया है इन महानगरों में एयर क्वालिटी अच्छी हुई है इसके साथ ही जेल में विषैले पदार्थों की मात्रा में भी कमी आई है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स संतोषजनक स्तर पहुंच गई। है। इस लिस्ट में दिल्ली, मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, नोएडा, चंडीगढ़, कानपुर, कोच्चि, उदयपुर जैसे शहर शामिल हैं। वहीं वाराणसी और ग्रेटर नोएडा सहित 14 शहरों में वायु गुणवत्ता सामान्य श्रेणी में पहुंच गई।दोस्तों या कोरोनावायरस लोगों को काफी नुकसान पहुंचा रहा है लेकिन एक और देखा जाए तो पर्यावरण के लिए काफी अच्छा साबित हो रहा है।
लोग लगातार पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे थे तथा पर्यावरण के दोहन के कारण अनेकों बीमारियां उत्पन्न हो रही थी अतः इस वायरस की वजह से कम से कम लोग पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचा रहे हैं और पर्यावरण की स्थिति में काफी सुधार देखा जा रहा है। वहीं सड़कों पर गाड़ियां नहीं चल रही है जिसकी वजह से कार्बन डाइऑक्साइड का निष्कासन बहुत कम हो रहा है और लोग घर में रह रहे हैं तो प्रदूषण की मात्रा में भी काफी कमी आई है।