कुआँ गोल ही क्यों खोदा जाता है? जानिए वजह
1.मजदूर लोगो की सेफ्टी: अगर आपने कभी पहले के बड़े बुड्ढे लोगो को कहते हुए सुना होगा कि कुए में 2 आदमी अंदर घुस कर खोदते थे इसके पीछे एक कारण है अगर कुछ गड़बड़ आई तो कुआँ गोल होने की वजह से मिट्टी दशति नही है और जो भी मिट्टी मजदूर खोदते थे तो उनको गोल आकृति में खोदने में आसानी होती थी ।अगर कुए को चोकोर बना दिया जाए तो उसके हर एक दीवार पर ज्यादा फ़ोर्स लगेगा जिसके कारण कुए के दब जाने के चांस ज्यादा होते है और इसमें जान माल का भी नुकसान हो सकता है।
2.ऊंट का प्रयोग: जब कुआँ खोदते थे तब खोदी हुई मिट्टी को ऊंट की मदद से निकला जाता था और जब ऊंट मिट्टी निकलता तो उसके वजन से भी मिट्टी के नीचे मजदूर लोगो का दबने का खतरा होता है जिसकी वजह से ऊंट को कुए से दूर रखा जाता और उसके ऊपर एक रोलिंग व्हील को लगाया जाता था आपने सैयद अब भी कई कुओं पर ये रोलिंग व्हील देखा होगा।
3.कुए में कंक्रीट या चुने मिट्टी का प्रयोग:आपने किसी चोकोर कंक्रीट की टंकी को देखा है कभी ? नही ना
यही कारण है कि गोलाई में कंक्रीट अच्छी पकड़ बना पाता है और कुए को गोल बनाया जाय है ताकि कंक्रीट/चुने मिट्टी या पत्थर को कुए में लगाने में आसानी रहे।
4.पद्दति: ये गोल कुआँ बनाने की पद्दति तेल के कुए से निकल कर आई है क्योंकि जब सुरुवात में कुए से तेल और पानी निकाला जाता तो बैल ओर ऊंट का प्रयोग किया जाता था और वो कूए के गोल गोल चक्कर लगाया करते थे इसी वजह से कुए गोल बनाये जाते थे।