कोरोना काल के बाद से अमूमन देश के हर हिस्से में लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । ऐसी स्थिति में हमारी अपने स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है । हाल के दिनों में लोगों को हार्ट अटैक और ब्रेन स्टोक संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है । हाल के दिनों में लोगों में विटामिन डी vitamin D की कमी से भी कई परेशानियां सामने आई हैं।
विटामिन डी vitamin D की कमी के कारण हड्डियों का घनत्व (बोन डेंसिटी) कम हो सकता है और तो और हड्डियां भी आसानी से टूट सकती हैं । इसकी वजह से ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी पैदा हो सकता है । विटामिन डी vitamin D हड्डियों की मजबूती और शरीर के कई कार्यों के लिए जरूरी मानी जाती है । यही वजह है कि शरीर में इसका पर्याप्त मात्रा में होना बहुत जरूरी है ।

जब शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी vitamin D नहीं मिलता है, तो इससे जुड़ी कई आपदाएं सामने आती हैं। विटामिन डी vitamin D को सनशाइन विटामिन भी कहा जाता है, क्योंकि विटामिन डी vitamin D का सबसे अच्छा वर्णन धूप है। इतना ही नहीं, कुछ खाद्य पदार्थ जैसे चमगादड़, मछली और उपज उत्पादों में विटामिन डी हो सकता है। विटामिन डी vitamin D से भरपूर भोजन खाने से इसकी कमी को काफी हद तक दूर किया जा सकता है।
विटामिन डी vitamin D की कमी एक आम समस्या बन गई है। दुनिया भर में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्हें विटामिन डी की कमी है। विटामिन डी की कमी से पौधे और पोषक तत्वों की कमी होती है। इसकी कमी नवजात शिशुओं से लेकर बच्चों और यहां तक कि बुजुर्गों को भी प्रभावित कर सकती है। तो हम आपको बताते हैं कि अगर आपके शरीर में विटामिन डी vitamin D की कमी हो जाए तो आपको क्या नुकसान हो सकते हैं…
विटामिन डी Vitamin D की कमी के लक्षण
- मांसपेशियों में थकान महसूस होना
- हड्डियों में दर्द
- जोड़ों में विकृति
- बच्चों में कमज़ोर या दर्दनाक मांसपेशियाँ
- बार-बार बीमार होना या संक्रमण होना
- थकान महसूस होना
- पीठ में दर्द
- हड्डियों में क्षति
- बालों का झड़ना
- मांसपेशियों में दर्द
- चिंता
दरअसल, विटामिन डी हड्डियों के स्वास्थ्य और रोग प्रतिरोधक क्षमता समेत शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों में अहम भूमिका निभाता है।
- यह कैंसर को रोकने में भी मदद कर सकता है। इसके अलावा यह हड्डियों को होने वाले नुकसान से बचाता है।
- यह डिप्रेशन, हृदय रोग, मधुमेह और कई पुरानी स्वास्थ्य समस्याओं से भी सुरक्षा प्रदान करता है।
- विटामिन डी की कमी का इलाज आमतौर पर सप्लीमेंट्स से किया जाता है, हालांकि इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेनी होगी।

- विटामिन डी की कमी से बचने के लिए इससे भरपूर भोजन को अपने खान-पान का हिस्सा बनाना होगा।
- धूप लेने से भी इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है, हालांकि गर्मियों में ऐसा करना संभव नहीं है। इसलिए खान-पान का खास ख्याल रखना जरूरी है।
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