FD से ज्यादा मिलेगा ब्याज यहाँ करे इन्वेस्ट

पिछले कुछ समय में एसबीआई सहित सभी बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में कटौती की है। भारत में कई वरिष्ठ नागरिक रिटायरमेंट के बाद परंपरागत रूप सें

बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट पर निर्भर रहते हैं। ऐसे में अब लोग ऐसे विकल्प खोज रहे हैं जहां जोखिम भी कम हो और एफडी से ज्यादा ब्याज मिलता हो। आइए जानते हैं निवेश की ऐसी योजनाओं के बारे में जो आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है।

लाभदायक है एन्युटी स्कीमलाइफ इंश्योरेंस के एन्युटी स्कीम में वरिष्ठ नागरिक निवेश कर सकते हैं। निवेश के बदले में नागरिकों को गारंटीड पेंशन मिलेगी। एन्युटी में अलग-अलग तरह की पेंशन मिलती है, जैसे जिंदगी भर के लिए पेंशन या फिर मौत हो जाने पर पत्नी/पति को पेंशन। वरिष्ठ नागरिक एन्युटी में निवेश करते हैं क्योंकि इसमें उन्हें गारंटीड पेंशन मिलती है। आयकर कानून के 80सी के तहत एन्युटी के प्रीमियम प्लान कर मुक्त होते हैं।

योजना के तहत मिलती है स्थिर पेंशन यदि आप रिटायरमेंट के बाद भी पहले जैसी जीवनशैली का आनंद लेना चाहते हैं, तो अच्छी योजना बनाना जरूरी है। एन्युटी स्कीम की सबसे खास बात ये है कि यह एक स्थिर पेंशन को सुनिश्चित करने का सबसे सुरक्षित तरीका है। यानी एन्युटी योजनाएं आपको एकमुश्त निवेश करने के बाद जीवन के लिए नियमित मासिक पेंशन पाने में मदद करती हैं।

उदाहरण से समझिएअगर आपने 61 साल की उम्र में सात फीसदी ब्याज वाला एक एन्युटी प्लान खरीदा है और 15 साल या 25 साल बाद ब्याज की दर तीन से चार फीसदी तक घट जाती है, तो भी आपको पॉलिसी की अवधि तक सात फीसदी की दर से ही ब्याज मिलेगा। एलआईसी समेत सभी जीवन बीमा कंपनियां एन्युटी योजनाएं ऑफर करती हैं।

कैसे एफडी से बेहतर है एन्युटी योजना?इसलिए यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) से ज्यादा लाभदायक साबित हो सकता है। एफडी की बात करें, तो देश में साल 2014 में बैंक एफडी पर 8.5 फीसदी की दर से ब्याज देते थे, लेकिन अब यह कम होकर 5.4 फीसदी हो गई है। इतना ही नहीं, आने वाले समय में ब्याज दरों में तीन से चार फीसदी तक की गिरावट आने की संभावना है। ऐसे में स्थिर पेंशन को सुनिश्चित करने का सबसे सुरक्षित तरीका एन्युटी योजनाओं में निवेश है।

योजना में ग्राहकों को तय अंतराल पर निश्चित भुगतान प्राप्त करने का विकल्प मिलता है। ग्राहक मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक भुगतान चुन सकते हैं। डिफर्ड एन्युटी में ग्राहक एकमुश्त निवेश करते हैं और पांच से 10 सालों तक इसके बढ़ने की प्रतीक्षा करते हैं। इसके बाद पेंशन मिलना शुरू होती है। वहीं इमिडिएट एन्युटी डिफर्ड योजनाओं के विपरीत होती है। इनमें एन्युटी योजना खरीदने के साथ ही नियमित पेंशन का भुगतान शुरू हो जाता है। कई इमिडिएट एन्युटी प्लान के तहत आपके पास अपने सभी प्रीमियम वापस पाने का विकल्प भी होता है।

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