पितृ पक्ष क्या है श्राद्ध में कौआ कैसे देता है शुभ-अशुभ का संकेत
इस बात से आप सभी वाकिफ होंगे कि पितृ पक्ष का समय पुरे साल में एक बार ज़रूर से आता है। इस समय को बहुत ही खास माना जाता है क्योंकि यही वह समय होता है जब पितरो की आराधना और पूजन तर्पण आदि करके आप पितरों को प्रसन्न कर सकते हैं और अपनी मनोकामनाओं को पूरा कर सकते हैं।
पितृ पक्ष में कौवें का क्या है महत्व
विष्णु पुराण में कौवों के बारे में विस्तार से उल्लेख है। मान्यता यह है कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पितर देवलोक से इस धरती पर कौवें के रूप में आते हैं। कौए को पितर का रूप माना जाता है और श्राद्ध पक्ष के 15 -16 दिनों तक उसे भोजन भी अर्पित किया जाता है। वहीं, 16 वें दिन में कौवें को खाना खिलाकर उन्हें तृप्ति कर अपने पितरों का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
यूं तो हमारे शास्त्रों में कौवें के कई शुभ-अशुभ संकेत के बारे में ज़िक्र किया गया है। आज वेद संसार आपको बताने जा रहा है कि श्राद्ध में कौआ कैसे देता है शुभ व अशुभ के संकेत –
• अगर आपको अपने घर के आसपास कौए की चोंच में फूल-पत्ती दिखाई दे जाए तो समझ लें कि मनोरथ की सिद्धि होती है।
• वहीं, अगर कौआ गाय की पीठ पर चोंच को रगड़ता हुआ दिखाई दे जाएं तो समझ जाइए कि आपको जल्द ही उत्तम भोजन की प्राप्ति होगी।
• यही नहीं, अगर कौआ अपनी चोंच में सूखा तिनका लाते दिख जाए तो आपको धन लाभ की भी प्राप्ति हो सकती है।
• जान लें कि कौआ अगर आपको अनाज के ढेर पर बैठा हुआ मिल जाए तो समझ लें कि आपके घर धन की वर्षा होने वाली है।
• अगर सूअर की पीठ पर कौआ बैठा दिखाई दे जाए तो भी आपको अपार धन की प्राप्ति जल्द हो सकती है।
• ध्यान रहे कि अगर कौआ बाईं तरफ से आकर अपना भोजन ग्रहण करता है तो यह संकेत हैं कि आपकी यात्रा बिना किसी रुकावट के पूरी होने वाली है। वहीं कौआ पीठ की तरफ से अगर आता दिखाई दें तो प्रवासी को लाभ ज़रूर मिलता है।
• बताते चलें कि अगर कौआ मकान की छत पर या फिर हरे-भरे वृक्ष पर जाकर बैठे तो खुश हो जाइए क्योंकि इसका यह संकेत होता है कि आपको बहुत जल्द ही अकस्मात धन लाभ मिलेगा और आप एक खुशहाल ज़िंदगी व्यतित करेंगे।