गोली भी मारेंगे तो खा लेंगे, मगर वापिस नहीं लौटेंगे, मजदूरों ने यूपी बार्डर पर पुलिस से कहा
लॉकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए यूपी सरकार तेजी से काम कर रहीं हैं। अन्य राज्यों से मजदूरों को केवल बार्डर तक ही छोड़ा जा रहा है, इसके बाद बार्डर राज्य मजदूरों को बस में बिठाकर उनके घरों तक रवाना कर रहें हैं।
वहीं रविवार को जब हरियाणा के विभिन्न जिलों से श्रमिकों को बैठाकर 20 से अधिक बसें यूपी सीमा क्रॉस करने लगीं, तो उन्हें वापस लौटा दिया गया और पुलिस प्रशासन ने बसों में सवार मजदूरों को दोबारा यमुनानगर के सुनसान खेतों में उतार दिया। इसी बीच मजदूरों ने जब इकठ्ठा पुलिस बल और अधिकारियों को साथ खड़ा देखा , तो डर गए और बचने के लिए खेतों में भागने लगे।
इस दौरान भगदड़ मच गई। लेकिन एसडीएम ने उन्हें समझाया और उन्हें उनके घर तक पहुंचाने का वादा भी किया। लेकिन इससे पहले पुलिस ने उन्हें वहां से वापस लौट जाने को कहा। यह सुन कुछ मजदूर परिवार पैदल ही यूपी में प्रवेश करते हुए अपनी घरों की ओर चल दिए।
पुलिस के टोकने पर उन्होंने कहा कि गोली भी मारेंगे तो खा लेंगे मगर वापिस नहीं लौटेंगे। ऐसे में पुलिस को उन्हें वहां से बस में बिठाकर घर भेजने के अलावा कोई ओर रास्ता नहीं था।