यह तस्वीरें रुलाती हैं!! साइकिल में बोरा, बोरे में बेटी और दिल्ली से उत्तरप्रदेश तक लंबा सफर
लॉकडाउन में मजदूरों की बेबसी रुंह कंपा देती है। तपती धूप में चलते कदम से ज्यादा नन्हें मासूमों का संघर्ष पीड़ा दे रहा है। तस्वीरों को देखकर मन सहम जाता है।
दिमाग पर विचार हावी होने लगते हैं क्या यह 21वीं सदी का हिंदुस्तान हैं। मीलो- मील मजदूर सड़कों के गुमान को तोड़ते हुए बस आगे बड़े जा रहे हैं। नन्हें कदम भी घर जाने की आस में है।
लेकिन यह सफर अंतहीन लगता है, न जाने यह लड़ाई कब खत्म होगी। यह तस्वीरें प्रवासी मजदूर की है। जो दिल्ली से उत्तरप्रदेश जा रहा है। परिवार में छोटे बच्चे भी हैं, एक बेटी है।
जिसे गोद में लेकर पैदल चलना मुश्किल होता, इसलिए पिता ने बच्ची को साइकिल पर एक देसी जुगाड़ के सहारे लटका रखा है। इसी बच्ची की रुला देने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
बच्ची उस झोली में गर्दन टेड़ी कर के लेटी है और अपनी बैचेन निगाहों से आसमान की तरफ देख रही है। मासूम अंजान हैं कि उसका परिवार कितने दर्द में हैं। लेकिन एक बात से वाकिफ है कि यह समय मुश्किल है और आसमान की ओर एकटक निगाहें उसका डर बताने के लिए काफी हैं।