बढ़ती उम्र में अल्जाइमर से स्वभाव में आते हैं ये बदलाव
बढ़ती उम्र में अल्जाइमर की स्थिति में मस्तिष्क के टिशू पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके लक्षण भी तुरंत नजर नहीं आते हैं। इस बीमारी में मस्तिष्क की कोशिकाएं डी-जेनरेट हो कर नष्ट हो जाती हैं और इसी कारण याददाश्त धीरे-धीरे कमजोर होने लगती है। उम्र ज्यादा होने के साथ-साथ जेनेटिकल, तनाव, डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर या सिर में चोट लगने के वजह अल्जाइमर का कारण बनता है।
विशेषज्ञों के अनुसार अल्जाइमर के पेशेंट के स्वभाव में कई बदलाव आने लगते हैं। जैसे अत्यधिक गुस्सा होना, बेचैनी, चिड़चिड़ापन, भूलना, शांत हो जाना, किसी से मिलना नहीं, अकेले रहना साथ ही ऐसे लोग डिप्रेशन, हैल्यूसिनेशन यानी मतिभ्रम जैसी स्थिति भी निर्मित हो सकती है।
माइल्ड अल्जाइमर के लक्षण-
थका हुआ महसूस होना।
काम नहीं करना।
तुरंत की बातों को भूलना।
ठीक से निर्णय लेने में परेशानी होना।
स्वभाव में अत्यधिक बदलाव होना।
ऐसी दवाइयों का सेवन करना जिसे एक साथ नहीं लिया जा सकता।
अल्जाइमर क्या सिर्फ बढ़ती उम्र का कारण है ?
कभी-कभी भूलना सामान्य हो सकता है। लेकिन, पिछली बातों को भूलते जाना और भ्रम में रहना इसका मुख्य कारण है। इसका कोई ठोस इलाज नहीं है, जिससे अल्जाइमर की बीमारी ठीक हो सके। इस बीमारी की वजह से डिहाइड्रेशन, कुपोषण या इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। पेशेंट के व्यवहार में बदलाव भी शुरू हो जाता है।