भारत में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के आने से होंगे ये फायदे

भारतीय नौसेना अमेरिका से 24 एमएच-60 अटैकिंग हेलीकाप्टर लेने की इच्छुक है। थल सेना के लिए पहले से ही ओसामा बिन लादेन को मार गिराने में इस्तेमाल हुए अपाचे हेलीकाप्टर को लेने की प्रक्रिया चल रही है। भारत वाशिंगटन को अभेद्य सुरक्षा देने वाली नासाम्स एंटी मिसाइल प्रणाली भी लेने का इच्छुक है।

उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाईट हाउस की तरफ से बताया गया है कि, ”पिछले सप्ताहांत पीएम मोदी और ट्रंप के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई थी जिसमें भारत दौरे को लेकर अंतिम सहमति बनी थी। यह यात्रा दोनो देशों के रणनीतिक रिश्तों को और प्रगाढ़ करेगी।”

अमेरिका ने इसका प्रस्ताव दिया था और इस सौदे के लिए अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी मिल चुकी है। विदेश और रक्षा मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि यह प्रक्रिया आखिरी चरण में पहुंच रही है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अमेरिका से हमला करने में सक्षम मानव रहित विमान (ड्रोन) चाहती हैं। माना जा रहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के दौरान इस दिशा में भी बात आगे बढ़ेगी। दोनों देश रक्षा और सामरिक साझेदारी को नया मुकाम देंगे।

सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की यात्रा के दौरान भारत को एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आइएडीडब्लूएस) देने का प्रस्ताव किया जाएगा। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में अमेरिकी संसद कांग्रेस को जानकारी भी दी है। यह सौदा 1.9 अरब डॉलर का होगा। इस पर दोनो देशों के बीच समझौता भी होने के आसार है।


भारत ने जापान और कोरिया के टैरिफ से तुलना करते हुए अपनी दलील दी है। दोनों देशों में सकारात्मक बातचीत चल रही है और उम्मीद है कि जल्द किसी मुकाम पर पहुंचेगी। भारत और अमेरिका इसके साथ-साथ तेल और गैस की आपूर्ति को आगे बढ़ा रहे हैं।

अमेरिका ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अव्वल है। भारत ऊर्जा के उपभोग में अव्वल है। इसके अलावा विज्ञान एवं तकनीकी, डेयरी, पोल्ट्री, पीपुल-टू पीपुल रिलेशन, छात्रों के अमेरिका में काम करने की स्थितियों, शोध और अनुसंधान समेत अन्य क्षेत्र में प्रगति चल रही है।

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका में हाउडी मोदी कार्यक्रम में जाते हैं। उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जाते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में न केवल शरीक होते हैं, बल्कि सभी प्रोटोकॉल तोड़कर रिश्ते को बड़ी ऊंचाई देते हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति अब प्रधानमंत्री के बुलावे पर भारत आ रहे हैं।

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