लारेस पुरस्कार जीतने के बाद भावुक हुए सचिन, जानिए क्यों
दोस्तों आपको बता दे कि सचिन तेंदुलकर ने अपने विश्व कप विजेता क्षण के लिए पिछले 2 दशकों के लॉरेस स्पोर्टिंग मोमेंट को जीता। ‘नेशन ऑफ शोल्डर ऑफ नेशन ’शीर्षक से, जिस क्षण 2011 में मुंबई में ऐतिहासिक जीत के बाद उनके साथियों ने उन्हें अपने कंधों पर ले लिया, विजेता को उभरने के लिए सबसे अधिक वोट मिले।
दोस्तों भारतीय टीम के सदस्यों ने इसके बाद तेंदुलकर को कंधे में उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था और इस दौरान इस दिग्गज बल्लेबाज की आंखों से आंसू गिर रहे थे. भारत ने विश्व कप फाइनल में जीत तेंदुलकर के घरेलू मैदान मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दर्ज की थी. पुरस्कार के लिए सूची में पहले 20 दावेदारों को शामिल किया गया था लेकिन वोटिंग के बाद सिर्फ पांच दावेदारों को सूची में जगह मिली थी जिसमें तेंदुलकर विजेता बने.
दोस्तों “यह अविश्वसनीय है। विश्व कप जीतने की भावना से परे था कि शब्द क्या व्यक्त कर सकते हैं। कितनी बार आपको एक घटना हो रही है जहां कोई मिश्रित राय नहीं है, कोई मिश्रित विचार नहीं हैं। बहुत कम ही पूरे देश में जश्न मनाते हैं।