जानिए प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है

गर्भावस्था के दौरान पेट में किसी भी तरह की परेशानी या जलन आपको गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा के बारे में चिंतित कर देती है। लेकिन थोड़ी बहुत परेशानी होने पर आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि पेट में दर्द आम तौर पर हल्की असुविधाओं का परिणाम होता है जो गर्भावस्था में होती हैं। यहां प्रेगनेंसी में पेट दर्द के कारण, इलाज और डॉक्टर के पास कब जाएं बताया गया है –

क्या गर्भावस्था के दौरान पेट में दर्द होना सामान्य है –
प्रेग्नेंसी के दौरान कभी कभी पेट में दर्द और ऐंठन होना हानिकारक नहीं होता है। पहली तिमाही में दर्द, कब्ज, गर्भाशय में होने वाले रक्त प्रवाह में वृद्धि, खाना खाने के बाद दर्द और ब्रेक्सटन-हिक्स संकुचन और गर्भाशय की अस्थियों में खिंचाव के कारण दूसरी और तीसरी तिमाही में दर्द महसूस हो सकता है।

पहली तिमाही में पेट दर्द:

पहली तिमाही में पेट दर्द या परेशानी होना आम बात है, खासकर गर्भावस्था की शुरुआत में। ये आपके शरीर में गर्भावस्था के दौरान होने वाले परिवर्तनों का एक हिस्सा है, जो अगले 40 हफ्तों तक बच्चे के गर्भ में रहने के लिए आपके शरीर की प्रतिक्रिया स्वरुप अनुभव होते हैं। कभी-कभी, पेट में दर्द होना इस बात की चेतावनी होती है कि आप जो खा रही हैं उसके सही से पच नहीं रहा है जिस कारण पेट में ऐंठन हो रही है। यहां तक कि इस दौरान ऑर्गेज्म से भी पेट में दर्द हो सकता है।

दूसरी तिमाही में पेट दर्द:

दूसरी तिमाही में अगर आपको पेट में दर्द के साथ रक्तस्राव नहीं हो रहा है तो यह आमतौर पर चिंता का कारण नहीं होती है क्योंकि ऐसा होने पर मिसकैरेज की संभावना होती है। 100 में से एक से भी कम महिलाओं को दूसरी तिमाही में मिसकैरेज होता है। यदि ऐंठन बहुत अधिक रक्तस्राव के साथ हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

तीसरी तिमाही में पेट दर्द:

ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन के अलावा, पेट के आसपास गंभीर दर्द होना सामान्य नहीं होता है। अगर ऐसा है तो ये संकुचन आमतौर पर समय से पूर्व प्रसव का संकेत होते हैं। समय से पूर्व प्रसव के अन्य लक्षणों में पानी की थैली का फटना, श्रोणि के आसपास दर्द, भ्रूण की गतिविधियों में कमी, पीठ के निचले हिस्से में दर्द और संकुचन आदि प्रमुख हैं। यदि आपको इन लक्षणों में से एक का भी अनुभव हो तो तुरंत अपने चिकित्सक से बात करें।

अगर आपको 37 हफ़्तों के बाद पेट में दर्द महसूस हो रहा है, तो प्रसव के अन्य लक्षणों की भी पुष्टि करें कि क्या आपको योनि से डिस्चार्ज, पानी की थैली के फटने, संकुचन आदि का भी अनुभव हो रहा है? अगर इनमें से कोई भी लक्षणों महसूस नहीं हो रहा है, तो चिंता की कोई बात ही नहीं है। पीठ दर्द, संभवतः बच्चे द्वारा सिर की स्थिति बदलने के कारण, पेल्विक क्षेत्र के आसपास दबाव उत्पन्न होने की वजह से हो रहा है।

प्रेगनेंसी में पेट दर्द क्यों होता है –
गर्भावस्था की शुरुआत में थोड़ा पेट दर्द होना सामान्य है। हालांकि, यदि दर्द तेज़ और लगातार हो रहा है या आप तीव्र ऐंठन और रक्तस्राव महसूस कर रही हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। प्रेग्नेंसी में पेट में होने वाले दर्द के कुछ ऐसे ही कारण निम्नलिखित हैं जो चिंताजनक नहीं होते हैं:

गैस और कब्ज:

गर्भावस्था में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर में वृद्धि होने के कारण पेट में गैस और कब्ज़ की शिकायत हो जाती है। जब प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ता है तो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट धीमा पड़ जाता है और भोजन सामान्य से धीमी गति से पचता है। जिसके परिणामस्वरूप गैस और कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है।

ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन:

ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन हल्के होते हैं, बल्कि इन्हें “अभ्यास संकुचन” कहा जाता है। आपको प्रसव के संकुचन के समान ही कुछ संकुचन महसूस होंगे। हालांकि, जब आप स्थिति बदलती हैं तो ये घीमे या शांत पड़ जाते हैं।

डिहाइड्रेशन इन संकुचनों के लिए सबसे प्रमुख कारण है, इसलिए उनसे बचने के लिए पर्याप्त पानी पिएं। यदि संकुचन लंबे समय तक महसूस हों, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

आम असुविधाएं:

उपरोक्त हानिरहित कारणों के अलावा, पेट के वायरस, गर्भाशय फाइब्रॉएड, गुर्दे की पथरी, किसी विशेष भोजन के प्रति संवेदनशीलता आदि परेशानियों के कारण पेट में दिक्कत हो सकती है।

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