जानिए बॉडी को फिट रखने के लिए जरूरी है वेट मैनेजमेंट
वेट मैनेजमेंट का मतलब शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए की गई प्रैक्टिस है। वजन को अधिक बढ़ने या अधिक कम न होने देने को ही वेट मैनेजमेंट कहते हैं। जब शरीर का वजन मेंटेन नहीं होता है तो वेट मैनेजमेंट प्रोसेस की मदद से हम इसे सही कर सकते हैं।
मोटापे के कारण टाइप-2 डायबिटीज, कार्डियोवास्कुलर डिजीज, स्ट्रेस, थायरॉइड डिसऑर्डर, हार्ट स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर आदि समस्याएं उपत्पन्न हो जाती है। वजन बढ़ने से जॉइंट्स और बोन्स में भी बुरा असर पड़ता है। वजन बढ़ने से लोअर बैक में दर्द की परेशानी हो जाती है। ये मेंटल हेल्थ के लिए भी हानिकारक है।
वेट गेन के लिए कई कंपोनेंट जिम्मेदार होते हैं। आहार, फिजिकल एक्टिविटी, जेनेटिक रीजन, इंवायरमेंटल फैक्टर, मेडिसिन्स और बीमारी। इन कारणों की वजह से इंसान के शरीर में मोटापा छा जाता है। कई बार आहार और फिजिकल एक्टिविटी को भी जिम्मेदार माना जाता है।
वेट लॉस है जरूरी
जिन लोगों को मोटापे की समस्या होती है, उनके लिए वजन घटाना बहुत जरूरी होता है क्योंकि मोटापे के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वजन घटाने के लिए सबसे अच्छा तरीका फिजिकल एक्टिविटी के माध्यम से कैलोरी की संख्या को कम करना है।
कीटो डायट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करके फैट से एनर्जी का उत्पादन किया जाता है। इसी प्रोसेस को कीटोसिस कहा जाता है। कीटो डायट से वेट लॉस, डायबिटीज में कंट्रोल और अधिक मात्रा में एनर्जी मिलती है। वजन बढ़ाने के लिए इस डायट से दूर रहना चाहिए।