आईपीएल 2020 विदेशी खिलाड़ियों के कोरेंटिन को लेकर आमने सामने हुई फ्रेंचाइजी
आईपीएल फ्रेंचाइजी में विदेशी खिलाड़ियों को लेकर आपस में ही आमने सामने हो गई है दरअसल आरबीसी के चेयरमैन जो है उनका यह मानना है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से जो खिलाड़ी यूएई में आईपीएल खेलने आएंगे उन्हें कोरेंटिन में रहने की जरूरत नहीं है जबकि कुछ फ्रेंचाइजी का यह मानना है कि बीसीसीआई के जो नियम हैं आईपीएल को लेकर वह सभी फ्रेंचाइजी के लिए सेम रहने चाहिए एक जैसे रहना चाहिए और सभी खिलाड़ियों को कोरेंटिन में रहना चाहिए अब इसी बात को लेकर आमने-सामने कुछ फ्रेंचाइजीया खड़ी हो गई है और इस बात को लेकर बवाल बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।
आईपीएल 2020 का आगाज 19 सितंबर से होगा इस टूर्नामेंट के शुरू होने में अब 1 महीने से भी कम का समय बचा है लेकिन विदेशी खिलाड़ियों के इस टूर्नामेंट में खेलने को लेकर अब आईपीएल फ्रेंचाइजी या आमने-सामने हो गई हैं आईपीएल 2020 में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के चेयरमैन ने सुझाव दिया है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को आईपीएल में जुड़ने से पहले कोरेंटिन टीम में नहीं जाना चाहिए चूड़ी वाला का यह तर्क था कि इन दोनों देशों के खिलाड़ी इस लिग से जुड़ने से तुरंत पहले अपनी वाइट बाल सीरीज खत्म करके यहां पहुंचेंगे जो पहले से ही बायो सिक्योर बबल में खेली जा रही है यानी कि यह खिलाड़ी एक बबल से दूसरे बबल में सीफ्ट करेंगे तो ऐसे में इनके लिए 1 हफ्ते का करंट टाइम का नियम लागू नहीं होना चाहिए लेकिन इस लिग कि फ्रेंचाइजीया उनके इस तर्क से सहमत नहीं हैं।
आईपीएल की दो टीमों ने इस सुझाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन खिलाड़ियों के लिए 1 सप्ताह का क्वॉरेंटाइन क्यों जरूरी नहीं होना चाहिए जो इस लिग से बाद में जुड़ेंगे इन नियमों को सभी खिलाड़ियों पर एक समान लागू करना होगा यूएई पहुंचने से पहले हमने भी भारत में अपने खिलाड़ियों समेत पूरे सपोर्ट स्टाफ को कोरेंटिन किया था लेकिन नियमों के हिसाब से चल रही हैं और हमने दोबारा सभी को 1 हफ्ते के लिए क्वॉरेंटाइन किया है और सभी फ्रेंचाइजीयों के लिए नियम एक जैसे ही होने चाहिए इसके अलावा जो खिलाड़ी कैरेबिन क्रिकेट लीग में खेल रहे हैं उनमें फाइनल में पहुंचने वाले खिलाड़ी 10 सितंबर के बाद तुरंत यूएई के लिए उड़ान भरेंगे और उन्हें यहां भी नियमों के मुताबिक कोरेंटिन में जाना होगा इस तरह बाकी सभी पर भी नियम एक समान लागू होने चाहिए।