हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक धनतेरस Dhanteras दिवाली से दो दिन पहले कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन समुद्र मंथन के दौरान देवताओं के वैद्य धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस दिन स्वास्थ्य रक्षा और खुशहाली के लिए धन्वंतरि देव की पूजा की जाती है।
इतना ही नहीं इस दिन को कुबेर के दिन के रूप में भी मनाया जाता है और धन-समृद्धि की कामना के लिए उनकी पूजा की जाती है। आमतौर पर यह चलन है कि इस दिन लोग कीमती धातुओं के साथ-साथ नए बर्तन भी खरीदते हैं। हालांकि इसकी पूजा के लिए कुछ अनुष्ठान भी होते हैं, जिनका पालन करना जरूरी होता है।
यहां आपको बता दें कि दिवाली के दिन आप जिन लक्ष्मी गणेश की पूजा करने वाले हैं, उनकी मूर्तियां भी आपको आज ही खरीद लेनी चाहिए। इस दिन थोड़ा दान जरूर करें और गरीबों को दान करें तो बेहतर होगा। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन आपको किस तरह से विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
सबसे पहले बात करते हैं कि इस दिन आपको क्या जरूर खरीदना चाहिए। जानकारों के अनुसार, अगर आप इस दिन धातु का बर्तन खरीदते हैं, जिसका इस्तेमाल पीने के पानी के लिए किया जाएगा, तो यह बहुत अच्छा माना जाता है। इतना ही नहीं, अगर आप चाहें तो इस दिन अंकों का धन प्रवाहित यंत्र भी खरीद सकते हैं, जिसकी पूजा भी इस दिन की जा सकती है। याद रखें कि आपको आज लक्ष्मी गणेश की मूर्ति भी खरीदनी चाहिए, दोनों की मूर्तियाँ अलग-अलग हों तो बेहतर होगा। इतना ही नहीं, इस दिन मिट्टी का बड़ा दीपक जरूर खरीदें।
किस काम के लिए क्या खरीदें
अगर आप अपने लिए आर्थिक लाभ की कामना करते हैं, तो आपको धनतेरस Dhanteras पर पानी का बर्तन खरीदना चाहिए। वहीं अगर आप व्यापार में विस्तार के लिए पूजा करना चाहते हैं, तो आपको धातु का बड़ा दीपक खरीदना चाहिए। इसी क्रम में अपने बच्चे के स्वास्थ्य और आयु के लिए धातु की घंटी खरीदें और अगर किसी को संतान से संबंधित कोई समस्या है, तो ऐसे लोग कटोरा या थाली खरीद सकते हैं। इसी क्रम में अगर आप अपने परिवार में शांति और समृद्धि चाहते हैं, तो आपको खाना पकाने का बर्तन खरीदना चाहिए। कैसे करें पूजा और क्या न करें
धनतेरस के दिन शाम के समय कुबेर और धन्वंतरि को उत्तर दिशा की ओर मुख करके स्थापित करें। साथ ही दोनों के सामने घी का दीपक जलाएं। कुबेर को सफेद मिठाई और धन्वंतरि को पीली मिठाई अर्पित करें।
सबसे पहले “ॐ ह्रीं कुबेराय नमः” का जाप करें। फिर “धन्वंतरि स्तोत्र” का पाठ करें। ध्यान रखें कि धनतेरस Dhanteras के दिन खरीदारी दोपहर 12.00 से 01.30 बजे के बीच या रात 09.00 से 10.30 बजे के बीच करें। सुबह 10.30 से 12 बजे के बीच पूजा और खरीदारी न करें।
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