2000 रु के नोट की मांग कम हुई भारतीय बाजार में RBI ने बंद की 2000 के नोट की छपाई
भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ₹2000 के नोट की छपाई पूरी तरह से बंद कर दी है साल 2019 एवं 2020 में भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ₹2000 का एक भी नया नोट नहीं छापा आपको बता दें कि 2016 में मोदी सरकार ने नोट बंदी की थी ताकि नकली नोटों का व्यापार एवं ब्लैक मनी जमा करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा सके इसी लिए भारत सरकार ने नई करेंसी जारी की गई थी जिसमें ₹2000 का नोट भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने निकाला था लेकिन पिछले कुछ सालों में ₹2000 के नोट की मांग बाजार में काफी कम हो गई है जिसकी वजह से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ₹2000 के नोट की छपाई भी बंद कर दी है जानकारी के मुताबिक साल 2018 के आखिर तक भारतीय बाजार में ₹2000 के नोटों की संख्या 33632 लाख थी जो कि साल 2019 में घटकर 32910 लाख रह गई.
1 साल 2020 के आंकड़ों की बात करें तो साल 2020 में ₹2000 के नोट की मांग बाजार में और घटती गई और बाजार में ₹2000 के केवल 27398 नोट ही चलन में रह गए वही घटती मांग को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ₹2000 के नोट की छपाई पूरी तरह से बंद कर दी है वही आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय बाजार में 200 एवं 500 रुपए के नोटों की मांग काफी बढ़ रही है एवं लोग ₹2000 के बड़े नोट की जगह 500 एवं 200 रुपए का नोट लेना पसंद कर रहे हैं वही बाजार मांग को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 200 एवं 500 रुपए के नोट की ज्यादा छपाई करने लगा है आपको बता दें कि कुछ महीनों पहले ही बाजार में ऐसी खबरें भी आ रही थी जिसमें बताया जा रहा था कि ₹2000 का नोट सरकार ने बंद कर दिया है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है ₹2000 का नोट अभी भी चल रहा है लेकिन बाजार में कम मांग होने की वजह से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इसे छापना बंद कर दिया है