Jio का क्रेज कम क्यों हो गया है? लोग जियो की सिम कम प्रयोग क्यों कर रहे हैं?
क्योकि मुकेश अंबानी के बिज़नेस करने का तरीका बहुत खराब है। भले ही वे देश के सबसे अमीर व्यक्ति हैं किंतु मैं उनकी किसी भी कम्पनी की किसी भी सेवा का समर्थन नही करता और कोशिश करता हूँ कि कभी इस्तेमाल भी ना करना पड़े।
उदाहरण के लिए जिओ को ही समझिए जब सबसे पहले जिओ आया तो इन्होंने मुफ़्त नेट, कॉल सब कुछ दिया किन्तु ज़्यादा ग्राहकों के लिए इनका इंफ्रास्ट्रक्चर ही तयार नही था। इनको ये सब मुफ़्त में ना दे कर सस्ते दामों में यह सेवाएँ मुहय्या करवानी चाहिए थी जिससे कि इंफ्रास्ट्रक्चर को मेन्टेन रखने का भी ख़र्चा साथ के साथ मिले और ग्राहकों को कोई दिक्कत भी न हो।
फिर कुछ महीनों बाद अचानक से ही इन्होंने दूसरे नेटवर्क पर मुफ़्त कॉल की सेवाएँ बिना कोई नोटिस जारी किये बन्द कर दी। कम से कम 2 हफ़्ते पहले बताना तो चाहिए था ना। फ़िर जब आलोचनाएं होने लगी तो अचानक से फ़िर से ये सेवाएँ मुफ़्त कर दी।
कहने का तातपर्य ये है कि रिलायंस से जुड़ी किसी भी कम्पनी की कोई भी सेवा में कब कौनसा बदलाव हो जाएगा और अचानक से ये कब आपकी जेब पर भारी पड़ेगा कब हल्का पड़ेगा इसकी कोई खबर किसी को नही रहती। कोई भी ग्राहक उस कंपनी की सेवाएँ लेना पसंद नही करेगा जो अपने फैसले जल्दबाज़ी में बिना ग्राहकों को बताए लेती हो। ग्राहकों को विश्वसनीयता चाहिए।
खुद सोचिए स्वदेशी होते हुए भी Jio Mart कितनी प्रचलन में है और वही दूसरी तरफ विदेशी कम्पनी Amazon भारत मे कितना व्यापार कर रही है?