कौनसा फल है जो पेट में जाते ही तुरंत खून में तब्दील हो जाता है? जानिए
आपने कभी डिस्प्रिन का विज्ञापन देखा है टीवी पर। जरूर देखा होगा। एक सिरदर्द से परेशान आदमी गोली लेता है और गोली सीधी पानी के साथ दिमाग में चली जाती है। मैं यह हमेशा सोचता हूँ जरूर डिस्प्रिन दिमाग कि हड्डी को गला कर ऊपर जाती होगी। इसीलिए मैं ना तो खुद डिस्प्रिन लेता हूँ ना ही किसी को लिखता हूँ।
आज आपके प्रश्न ने मेरे दिमाग में एक पुराने प्रश्न कि याद ताज़ा कर दी। यह प्रश्न था कि अगर कोई आदमी किसी का खून चूसता है तो उसका हीमोग्लोबिन कितना बढ़ जायेगा? मतलब धर्मेंद्र पाजी, जो कुत्तो का खून पी जाते थे (फिल्मो में ) उनको तो कभी एनीमिया हो नहीं सकता। मगर बदकिस्मती से ऐसा तभी हो सकता है जब आपके पेट से एक सीधी नली निकलकर हार्ट तक जाती हो। मतलब आप कोई फल छोड़िये, सीधा खून भी पिले तो वो आपके खून में नहीं मिल सकता।
अब पढ़ाई वाली बाते, खून में पानी, प्रोटीन्स, एंटीबाडीज, और रक्त कोशिकाएं होती है। अब इनमे से पानी और प्रोटीन को छोड़ दिया जाये तो बाकी के तत्त्व तो किसी भी फल में नहीं मिलेंगे फिर वो कैसे सीधा खून में तब्दील हो सकता है। रक्त कोशिकाएं शरीर की अस्थि मज्जा में बनती है। प्रोटीन्स, एंटीबाडीज शरीर में लिवर और अन्य कोशिकाओं में बनते है।
एक और महत्वपूर्ण घटक जिसे हम हीमोग्लोबिन कहते है, दो भाग हीम और ग्लोबिन से मिलकर बना होता है। हीम का प्रमुख तत्त्व होता है आयरन या लोहा और ग्लोबिन बना होता है प्रोटीन से जो हमारे शरीर में ही बनता है। अर्थात अगर आप खून भी पीते है तो वो सीधा आपके शरीर में खून में तब्दील नहीं होगा बल्कि वो पहले शरीर में जाकर उसका पाचन होगा। उसके प्रोटीन्स को तोड़कर एमिनो एसिड्स बनाया जायेगा, फिर उन एमिनो एसिड्स से दोबारा जरूरी प्रोटीन्स बनाये जायेंगे। अस्थिमज्जा में रक्त कोशिकाएं बनेगी जिन्हे प्लाज्मा के साथ मिलकर रक्त बनाना है।
अब आप समझ ही गए होंगे कि खून बनाने के लिए स्वस्थ लिवर, अस्थिमज्जा, और कच्चे माल के रूप में आयरन और प्रोटीन्स चाहिए। तभी कोई भी फल खून में तब्दील हो पायेगा। ऐसा ज्ञान मेरे नाम के बाबा ने दिया है।