जो पक्षी जिसके पंख नहीं होते और वह उड़ भी नहीं सकता, उसे पक्षी क्यों कहा जाता है?, जानिए
इनके अगले पैर पंखों में रूपांतरित हैं ।सभी पक्षियों के दो पंख होते हैं।
इनके पिछले पैरों पर शल्क होते हैं और चार अंगुलियाँ होती हैं।
इनका शरीर धारारेखीय होता है।
मुख दंतविहीन चोंच में रूपांतरित है।
इनके शरीर पर परों का आवरण पाया जाता है
इनकी हड्डियाँ हल्की, खोखली होती हैं जिनमें हवा भरी हुई होती है।
शरीर समतापीय होता है।
चित्र : पक्षी के शरीर के अंग
उपरोक्त लक्षणों में से अधिकतर लक्षण पक्षियों में होते ही हैं । सभी पक्षियों के दो पंख होते हैं । उदाहरण – बतख , बुलबुल, तोता,चील,पेंग्विन आदि।
कुछ पक्षी जिनके पूर्वज उड़ने में समर्थ थे, विकास के क्रम में वे उड़ने की क्षमता खो बैठे हैं ।पर पक्षियों के शेष लक्षणों से युक्त हैं , तो उन्हें पक्षी ही कहा जायेगा ।
उड़ने में असमर्थ ये 8 पक्षी हैं —एमू, शुतुरमुर्ग, ताकाहे, कैसोवरी, स्टीमर बत्तख, पेंग्विन,किवी, काकापो।
चित्र : एमू
चित्र: पेंगुइन
चित्र : स्टीमर बत्तख
चित्र: कीवी
चित्र: ताकाहे
चित्र : कैसोवरी
चित्र : काकापो
चित्र: वेका
चित्र: शुतुरमुर्ग