गुड़ की चाय पीने से मधुमेह रोगी की सेहत पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है?
डायबिटीज में मीठा खाना मना होता है और जो गुड़ और चीनी बनते है वो इस गन्ने के रस से ही बनते है। बस फर्क यही होता है कि चीनी को रिफाइंड किया जाता है जिससे उसके सारे पोषक तत्व निकाल दिए जाते है जिससे वो हमारे शरीर के लिए धीमा जहर (Slow poison) बन जाता है।
और वही गुड़ प्राकृतिक रूप से तैयार होता है। इसे बनाने के लिए किसी रसायन का प्रयोग नहीं होता है इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन एक दिन में बहुत ज्यादा गुड़ खाने से ब्लड शुगर बढ़ जाता है इसलिए डायबिटीज रोगियों को गुड़ का सेवन सीमित मात्रा में करने की सलाह दी जाती है।
चीनी या गुड़ दोनों डायबिटीज रोगियों के लिए सुरक्षित नहीं है।
Nutrition Facts के अनुसार – 100 ग्राम अगर आप गुड़ खाते है तो उसमे शुगर की 95 g मात्रा होती है। जबकि प्रोटीन सिर्फ 2 ग्राम। अब आप सोच सकते है कि ये डायबिटीज रोगियों के लिए सही है या नहीं। ऐसे में मधुमेह मरीजों को गुड़ की चाय जितना हो सके, कम मात्रा में पीना चाहिए।