जानिए ,क्रिकेट में कन्कशन सब्स्टीट्यूट नियम क्या है?
क्या है कनक्शन सब्स्टीट्यूट ..
कनकशन सब्सीट्यूट का नियम पिछले साल अगस्त में एशेज सीरीज से लागू हुआ था । मैच के दौरान अगर कोई खिलाड़ी चोटिल होता है तो उसकी जगह दूसरा खिलाड़ी ले सकेगा, बल्लेबाज के चोटिल होने पर बल्लेबाज और गेंदबाज की जगह गेंदबाज को ही प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है । कनकशन सब्सीट्यूट को मैदान पर उतारने का फैसला मैच रेफरी करेंगे।
2014 में पहली बार चर्चा
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ओपनर फिलिप ह्यूज के निधन के बाद इस नियम को लेकर चर्चा शुरू हुई थी । ह्यूज को 2014 में शेफील्ड शील्ड टूर्नामेंट के एक मैच में सिर पर बाउंसर लगी थी इसके बाद ह्यूज को अस्पताल ले जाया गया था लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका था ।अभी इस नियम को 2 साल के लिए ही लागू किया गया है।
घरेलू क्रिकेट में सबसे पहले इस्तेमाल
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले 2016-17 सीजन में इस नियम का इस्तेमाल घरेलू वनडे (पुरुष- महिला दोनों )बिग बैश और महिला बिग बैश सीरीज में किया था । आईसीसी से इस नियम को मंजूरी नहीं मिलने के कारण वह शेफील्ड शील्ड और अन्य प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट में इसका इस्तेमाल नहीं कर सका था । इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने 2018 में अकाउंट में इसे लागू किया था ।