इस किले की हार के बाद शुरू हुआ था मराठा साम्राज्य का पतन
1.तिलक बंगला:- सिंगड़ पर स्वाधीनता आंदोलन के समय का एक बाल गंगाधर तिलक का बंगला भी मौजूद है। लोकमान्य तिलक यहां कभी कभी आकर रहते थे। 1915 में महात्मा गांधी और लोकमान्य तिलक के बीच इसी बंगले में मुलाकात हुई थी।
- कल्याण दरवाजा:- जिले की पश्चिम दिशा में स्थित है दरवाजा है। कोंडनपुर गांव जाने के लिए दरवाजे से होकर गुजरना पड़ता है।
- देवटाके पानी की टंकियां:- तानाजी मार्ग के पास पानी की 2 टंकिया बनी हुई हैं। इन टंकियों का इस्तेमाल पानी पीने के लिए किया जाता है। महात्मा गांधी जब भी यहां पर आते तो इन टंकियों से पानी जरूर मंगवाते थे।
- उदय भान राठौड़ का स्मारक:- कल्याण दरवाजे पर पिछले वाली पहाड़ी पर मुगलों के किला अधिकारी उदय भान राठौड़ की स्मारक मौजूद है।
- राजाराम स्मारक:- छत्रपति राजाराम महाराज की समाधि भी यहां मौजूद है। राजाराम महाराज का 30 वर्ष की उम्र में 2 मार्च 17 को निधन हो गया था। सिंहगढ़ किला पुणे के कई निवासियों के लिए लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह किला तानाजी जी के लिए एक स्मारक के साथ-साथ राजाराम छत्रपति की समाधि के रूप में भी स्थित है। प्रोटेक्शन अस्तबल एक शराब की भट्टी और देवी कालिका मंदिर के दाहिनी ओर हनुमान प्रतिमा के साथ-साथ ऐतिहासिक गेट देख सकते हैं। सिंहगढ़ आज देश और विदेश के सैलानियों के लिए पसंद बना हुआ है। आशा करता हूं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।