पेड़ पौधों को गर्मी क्यों नहीं लगती है,जानिए
मई-जून की गरमी याद आते ही पसीने छूट जाते हैं। मई-जून की गरमी में यदि कोई चीज रख दी जाए तो उसे छूना असंभव हो जाता है। ऐसे में जब हम पेड़ पौधों की पत्तियों को छूते हैं तो वह ठंडी होती है। हमारी तरह ही पेड़ पौधे क्यों गर्म नहीं होते?
दरअसल हमारी और पेड़ पौधों की संरचना और कार्यप्रणाली में बहुत अंतर है। पेड़ पौधों को गर्मी इसलिए नहीं लगती या वे इसलिए गरम नहीं होते क्योंकि उनमें से गर्मी निकालने की एक अपनी प्रणाली होती है। पेड़ पौधों में पत्तियां इस काम को करती हैं और पत्तियों में मौजूद अंग पेड़ पौधों की गर्मी को बढ़ने नहीं देते जिससे हमें छूने पर पेड़ पौधे गरम महसूस नहीं होते।
पेड़ पौधों में पत्तियां होती हैं और हर पत्ती अनेक कोशिकाओं से मिलकर बनी होती है। पति की नीचे की त्वचा में अनेक छोटे-छोटे छेद होते हैं जिन्हें स्टोमेटा बोला जाता है। अगर कहा जाए तो इनका काम एक नल या एक वाल्व की तरह होता है। यह वाल्व पति और वायुमंडल के बीच गैसों को नियंत्रित करते हैं।
स्टोमेटा खुलने पर कार्बन डाइऑक्साइड अंदर आती है और पानी और ऑक्सीजन बाहर जाती है और इसके बंद हो जाने पर ये सारे काम बंद हो जाते हैं। यह स्टोमेटा अधिकतर रात के समय बंद और दिन के समय खुले रहते हैं जिससे गर्मी पेड़ पौधों में इकट्ठे नहीं हो पाती। ऐसी क्रिया को वस्पोसर्जन क्रिया कहते हैं।
इसी क्रिया के कारण पेड़ों की पत्तियां धूप में ठंडी रहती हैं और यह क्रिया लगातार चलती रहती है जिससे ठंडक बनी रहती है और वे सूरज की गर्मी में गर्म नहीं होते हैं। चाहे इतनी भी गर्मी पड़ जाए पत्तियों का तापमान नहीं पड़ता जिससे उन्हें छूने पर हमें ठंडक का एहसास होता है।