ऊन के लिए मशहूर भेड़ों के बारे में दिलचस्प बातें

गाय भैंस और बकरी के बाद अगर कोई पालतू पशु पाला जाता है तो वह है भेड़। अपने ऊन के लिए मशहूर भेड़ों को पाला जाता है क्योंकि इनके ऊन से काफी सारे उत्पाद बनते है और ऐसे कपड़े जो बहुत प्रचलित हैं।

भेड़ पालन ऊन साथ साथ उसके मांस के लिए भी किया जाता है। भेड़े हमारे देश में राजस्थान में सबसे ज्यादा पाई जाती हैं और विश्व में सर्वाधिक भेड़ें ऑस्ट्रेलिया में है।देसी भेड़ के मुकाबले विदेशी भीड़ ज्यादा अच्छी मानी जाती है क्योंकि उसका उत्पादन अधिक होता है।

कुछ भेड़े अपने ऊन के लिए जानी जाती हैं जैसे बीकानेरी, हिसार डेल, मारवाड़ी, भाकरबाल, दक्कनी।

हिसार डेल :- इस को भारत की ऊन वाली अच्छी नस्ल माना जाता है जो हर साल 2 किलोग्राम ऊन देती है। यह कुल्लू के क्षेत्रों में पाई जाती है।
कुछ भेड़े अपने ऊन से ज्यादा मांस के लिए प्रचलित होती है जैसे नेल्लोरी, मांड्या और जालोनी।

नेल्लोरी :- भेड़ों में सबसे ऊंची नस्ल नेल्लोरी को माना जाता है।
कुछ भेड़े ऊन और मांस दोनों के लिए जानी जाती हैं जैसे लोही, हिसार डेल और नेल्लोरी।

भारतीय भेड़ों के अलावा विदेशी भेड़े ज्यादा अच्छी मानी जाती हैं।

मैरिनो :- भेड़ों की नस्लों मैं सबसे अच्छी भेड़ मेरिनो को माना जाता है। यह स्पेन से आई है जो 4 से 6 किलोग्राम ऊन देती है और इसका रेशा विश्व में सर्वोत्तम माना जाता है।
लिंकन, लीस्टर, साउथ डॉन भेड़े इंग्लैंड आई है जो 3-4 किलो ग्राम ऊन देती है।
रेंबुलेंट और कोरि डेल भी अच्छी भेड़े मानी जाती हैं।

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