बच्चे को नींद न आने पर करे ये उपाय
बच्चे के जन्म के पहले दिन से ही बच्चों में रात और दिन की समझ पैदा करनी चाहिए। स्लीप ट्रेनिंग में यह सबसे जरूरी चीज है और यह सबसे पहली ट्रेनिंग भी है।
सुबह होने पर घर के अंधेरे को धूप की रोशनी से दूर करें या बच्चे को बाहर लेकर जाएं। वहीं रात होने पर घर में अंधेरा कर दें। बच्चे में यह समझ पैदा करना जरूरी है कि दिन खाने-पीने और खेलने-कूदने के लिए होता है तो रात सोने के लिए होता है।
यदि आप हर दिन एक नई तकनीक आजमाएंगे तो बच्चा ही नहीं आप भी परेशान रहेंगे। इसलिए स्लीप ट्रेनिंग के लिए पहले आप अपनी तैयारी करें और फिर बच्चे को ट्रेनिंग दें।
उम्मीद है बच्चे को इस तरह की स्लीप ट्रेनिंग देने के बाद उसकी नींद में सुधार आएगा। लेकिन, अगर आपको लगे कि बच्चे को स्लीप ट्रेनिंग देने पर भी वो ठीक से नहीं सो पाता और दिन भर चिड़चिड़ा रहता है, तो एक बार उसे बच्चों के डॉक्टर से पास ले जाएं। हो सकता है कि इसका कारण कुछ और हो और बच्चा किसी समस्या से परेशान हो रहा हो। ऐसे में डॉक्टर सही कारणों का पता लगाकर उसे सटीक दवा दे सकते हैं, जिससे उसे ठीक से नींद भी आए और समस्या दूर भी हो जाए।