हिटलर के आत्महत्या के बाद युद्ध और जर्मनी में क्या परिवर्तन आए?
द्धितीय विश्वयुद्ध के आखिरी समय में नाज़ीवादी तानाशाह अडोल्फ हिटलर ने आत्महत्या की थी, जिसके बाद जर्मनी में हज़ारों साधारण नागरिकों ने खुदकुशी का रास्ता पकड़ लिया था, इसे मास सुसाइड वेव के नाम से जाना जाता है. परतें खोलती कहानी जानें.
दूसरे विश्वयुद्ध के आखिरी समय में नाज़ी तानाशाह अडोल्फ हिटलर ने खुद को गोली मार ली थी. हिटलर के साथ ही, कई बड़े नाज़ी नेताओं ने भी खुदकुशी की थी.
30 अप्रैल 1945 को हिटलर की खुदकुशी के बाद नाज़ी जर्मनी ने 8 कई को आत्मसर्पण किया था और इसके बाद देश में एक अजीब स्थिति बनी. हज़ारों साधारण जर्मन पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने आत्महत्या की. इसे सामूहिक आत्महत्या लहर या मास सुसइड वेव के नाम से जाना जाता रहा.