शाहरुख खान को टीवी धारावाहिक ‘फौजी’ में काम कैसे मिला था? जानिए
शाहरुख खान ने 1988 के प्रसिद्ध धारावाहिक फौजी में लेफ्टिनेंट अभिमन्यु राय का किरदार निभाया, लेकिन वह इस किरदार के लिए पहली पसंद नहीं थे।
यह किरदार फौजी के निर्माता-निर्देशक कर्नल राज कुमार कपूर जी के बेटे को निभाना था।
दरअसल शाहरुख के पिता ताज मोहम्मद जी के गुजर जाने के बाद शाहरुख उनकी माँ लतीफ फातिमा जी के साथ मुंबई में एक छोटे घर की तलाश कर रहे थे। इस सिलसिले में वह एक मकान मालिक से बात कर रहे थे।
बातों-बातों में मकान मालिक को पता चला कि शाहरुख मुंबई में एक्टिंग के लिए आए थे। तब उसने बताया कि उसके ससुर कर्नल राज कुमार कपूर एक टीवी धारावाहिक बनाने की तैयारी कर रहे थे।
शाहरुख कर्नल कपूर के पास फौजी के सेट पर पहुंचे और अपना परिचय दिया। कपूर साहब ने शाहरुख को एक रोल दिया जिसमें एक फौजी के रूप में शाहरुख गलती करते हैं और मेजर साहब उनको सजा देते हैं,
“जाओ जाकर उस पेड़ पर बैठे हुए कौओं की गिनती करो”
शाहरुख को शर्म आ रही थी कि उन्हें घर जाकर माँ को बताना पड़ेगा कि उनका रोल कौए गिनने का था। लेकिन शाहरुख के लिए दिन शुभ था। कपूर साहब के बेटे के पास दो काम थे, एक सिनेमेटोग्राफी और दूसरा एक्टिंग। लेकिन उससे दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते थे, तो उसने सिनेमेटोग्राफी करने का फैसला किया। कपूर साहब के पास और एक्टर ढूंढ़ने का समय नहीं था, इसीलिए उन्होंने शाहरुख को मुख्य रोल दे दिया।
कर्नल कपूर ने शाहरुख को बुलाया और कहा,
“तुम अच्छे हो, अब तुम यह रोल करोगे”
कर्नल कपूर ने शाहरुख को बहुत स्नेह किया और उसे परिवार की तरह समझा। और इस तरह शाहरुख को उनका पहला खास काम मिला।