माइक्रोफोन के ऊपर स्पॉन्ज या मिंक ब्लैंकेट जैसा कवर क्यों लगा होता है?
जब कोई, किसी माइक्रोफोन के नजदीक से बोलता है, तब उसके मुह से निकली हवा सीधे माइक के परदे से टकराती है। जिससे स्पीकर से बडी अप्रिय “फट-फट” की आवाज निकलती है। स्पंज कवर लगा देने से इस समस्या का काफी हद तक बचाव हो जाता है।
इसी लिए कभी किसी माईक के 6/8 इंच दूर से ही बोलना चाहिए।
माईक व उसका स्पंज कव्हर
इसका अपवाद होते हैं क्रिकेट या अन्य खेलों के कॉमेंट्री बॉक्स मे लगे माईक।
ये विशेष प्रकार के माइक होते हैं जो केवल बिलकुल पास से बोली गई आवाज ही पकडते हैं ताकि स्टेडियम के दर्शकों का शोर हमे सुनाई न दे, केवल कॉमेंट्रीकर्ता की ही आवाज सुनाई पडे।