भारत का पहला टीवी सीरियल कौन सा था? जानिए
हम लोग भारत का पहला टीवी धारावाहिक है । ७ जुलाई १९८४ को भारत के राष्ट्रीय नेटवर्क दूरदर्शन पर इसका प्रसारण शुरू हुआ, जो उस समय भारत का एकमात्र टेलीविजन चैनल था । यह अस्सी के दशक के एक भारतीय मध्यमवर्गीय परिवार और उसके दैनिक संघर्षों और आकांक्षाओं की कहानी है ।
इसे शैक्षिक-मनोरंजन पद्धति का उपयोग करके एक मैक्सिकन टेलीविजन श्रृंखला वेन कॉनमिगो (१९७५) की तर्ज पर बनाया गया था । १९८२ में मैक्सिको की यात्रा के बाद टीवी श्रृंखला का विचार तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्री वसंत साठे के मन में आया । जल्द ही हम लोग के लिए लेखक मनोहर श्याम जोशी ने पटकथा लिखी और फिल्म निर्माता पी कुमार वासुदेव ने इस श्रृंखला का निर्देशन किया । शीर्षक संगीत अनिल बिस्वास द्वारा दिया गया था ।
हर एपिसोड के अंत में, अनुभवी हिंदी फिल्म अभिनेता अशोक कुमार हिंदी दोहों और चुटकुलों का उपयोग करते हुए कहानी की स्थितियों पर टिप्पणी किया करते । बाद के एपिसोड्स में अशोकजी ने उन अभिनेताओं को पेश किया जिन्होंने धारावाहिक में विभिन्न पात्रों की भूमिका निभाई । अपनी बात का अंत “हम लोग” शब्दों को विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद कर किया करते ।
पात्र:
अशोक कुमार नैरेटर के रूप में
विनोद नागपाल, बसेसर राम के रूप में: शराबी पिता
जयश्री अरोड़ा, भगवती के रूप में : मां, एक गृहिणी
राजेश पुरी, ललित प्रसाद उर्फ़ लल्लू के रूप में : सबसे बड़े बेटे, बेरोजगार और नौकरी की तलाश में
अभिनव प्रकाश चतुर्वेदी, चंदर प्रकाश उर्फ़ नन्हे के रूप में : छोटे बेटे, एक क्रिकेटर बनने की ख्वाहिश
सीमा पाहवा, गुनवंती उर्फ़ बड़की के रूप में , एक सामाजिक कार्यकर्ता
दिव्या सेठ, रूपवंती उर्फ़ मंझली के रूप में, एक अभिनेत्री बनने की ख्वाहिश रखती हैं
लवलीन मिश्रा, प्रीति के रूप में, एक डॉक्टर बनने की ख्वाहिश रखती हैं
लहरी सिंह, दादाजी के रूप में : सेवानिवृत्त सैनिक
सुषमा सेठ, इमरती देवी के रूप में : दादी
रेणुका इसरानी, उषा रानी, लल्लू की पत्नी के रूप में
कामिया मलहोत्रा, कामिया लाल के रूप में
आसिफ शेख, प्रिंस अजय सिंह के रूप में
मनोज पाहवा, टोनी के रूप में : मंझली के साथ काम करता है
सुचित्रा (श्रीवास्तव) चितले, लाजवंती उर्फ़ लज्जो के रूप में
कविता नागपाल, संतो ताई के रूप में
डॉ अश्विनी कुमार, अश्विनी कुमार के रूप में
राजेंद्र घुगे, इंस्पेक्टर सदानंद समदर के रूप में
अपर्णा कटारा, डॉ अपर्णा के रूप में
एस एम ज़हीर, सुधीर के रूप में
विश्वमोहन बडोला, संगीत शिक्षक के रूप में