कौन है ‘दज्जाल’? कौन लोग हैं जो दज्जाल को मसीहा मानते हैं
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं और अगर दिन है तो रात भी है, इसी तरह से अच्छाई है तो बुराई भी है। हर धर्म में अगर ईश्वर है तो शैतान या राक्षण भी है जैसे हिन्दु धर्म में राम हैं तो रावण भी है इसी तरह से इस्लाम और ईसाई धर्म में खुदा है तो शैतान और दज्जाल भी है।
दरअसल मुसलमान और ईसाईयों की मान्यता है की यह दुनियाँ खत्म होने से पहले एक शैतान जिसका नाम दज्जाल है वह आएगा और वह खुद को खुदा कहेगा।
दज्जाल का अर्थ है झूठा, बाईबल के मुताबिक जिसका तीन नम्बर का एक चिन्ह होगा और वह तीन नम्बर हैं ‘666’ यह चिन्ह शैतान का प्रतीक है, और चौकाने वाली बात यह है की यहूदी दज्जाल को अपना मसीहा मानते हैं और वे कहते हैं कि उनके साथ जो जुल्म हुआ है दज्जाल उसका बदला लेने आएगा और दुनियां को हर परेशानी से निजात दिलाएगा।
इस्लाम मे कहा गया है कि दुनियाँ में जितने भी पैगम्बर आए सभी ने दज्जाल के बारे में अपनी कौम के लोगों को खबरदार किया है। वैसे तो दज्जाल शक्ल से एक इन्सान ही होगा लेकिन वह एक आंख से काना होगा और उसकी दायीं आंख ऐसी होगी जैसे सड़ा हुआ अंगूर बाहर की तरफ लटका हुआ हो। वह कद काठी का लम्बा चौड़ा दानव जैसा होगा। इस्लाम के मुताबिक वह 40 दिन में पूरी दुनियाँ का चक्कर लगाएगा, वह हर देश और हर शहर जायेगा लेकिन मक्का और मदीना नहीं जा सकेगा क्योंकि वहाँ फरिश्तों का पहरा होगा।
दरअसल यहूदी येरुसलेम (फिलिस्तीन) में ‘मस्जिद अल अक़्सा’ की जगह पर अपना तीसरा टेम्पल बनाने की तैय्यारी में हैं और वह यह सब दज्जाल की ही वजह से कर रहे हैं। यहूदी अपने मसीहा का बेसब्री से इंतेज़ार कर रहे हैं। हाल ही में इजराइल के स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया और वह कहते हैं कि हमारा यकीन है कि हमारा मसीहा इसी साल अप्रैल 2020 में आएगा। उनका मानना है कि दज्जाल पैगंबर दाऊद साहब की नस्ल से होगा लेकिन मुसलमान और ईसाई इस बात को खारिज करते हैं।
यहूदी दज्जाल की मदद से पूरी दुनियाँ पर हुकूमत करने की बात कहते हैं और इसके लिए उन्होनें पहले ही तकनीक़ और डॉलर की मदद से दुनियाँ को अपनी मुट्ठी में कर रखा है। इस्लाम और ईसाई धर्म में माना जाता है कि दज्जाल लोगों से खुद को जबर्दस्ती खुदा कहलवायगा और जो उसकी नहीं सुनेगा वह उसका खाना पानी रोक देगा।
हर बुराई का अन्त भी बुरा ही होता है तो इस बात पर मुसलमान और ईसाईयों का एक मत है कि दज्जाल के आने के बाद पैगम्बर येशू मसीह(जीज़स) भी आएंगे और वही दज्जाल को खत्म करेंगे।