कैसे हमारे पूर्वज गर्मी के मौसम में बिना बिजली पंखे के जीवन यापन कर लेते थे?
आदमी जितना सुविधाएं जुटाएगा वैसा ही होता चला जाएगा। में अपना उदाहरण देता हूं। इस वर्ष कोरोना के कारण मुझे मार्च से लेकर जून तक अपनी ड्यूटी के चलते अलग कमरे में रहना पड़ा।
किस्मत भी इतनी खराब की अप्रैल पहले महीने में ही पंखा खराब हो गया पहले ही दिन चलाने पर। तब तक मैंने पंखा चलाया नहीं था। इसके बाद पूरी गर्मी मैंने बिना पंखे के निकाल अब आप सोचिए जब में रह सकता हूं जो एक महीना भी अनुकूलन में नहीं रहा तो जो बरसो तक वैसे ही रहे उसके लिए उनके लिए क्या मुश्किल है।