पृथ्वी पर एक ऐसी जगह जहां पर बिल्लियों को भगवान के रूप में पूजा जाता है,जानिए इस जगह के बारे में
वैसे तो बिल्लियों को अपशकुन के रूप में माना जाता है ऐसा माना जाता है कि बिल्ली यदि बीच रास्ते से निकल जाए तो कोई अनहोनी होने वाली है और व्यक्ति उस रास्ते पर आगे नहीं बढ़ता है।
लेकिन पृथ्वी पर एक ऐसी जगह है जहां पर गलियों को देवताओं के रूप में पूजा जाता है जी हां हम जिस जगह की बात करने जा रहे हैं उस जगह का नाम मिश्र है। तो आइए मिस्र में बिल्लियों को देवताओं के रूप में क्यों पूजा जाता है इस बारे में जानते हैं।
भारत में बिल्लियों को अपशगुन के रूप में देखा जाता है परंतु भारत से बाहर विदेशों में बिल्लियों को घरों में पाला जाता है और उनको देवताओं के रूप में पूजा भी जाता है। ऐसा माना जाता है कि बिल्लियां मानव की रक्षा करने के लिए पृथ्वी पर अवतरित हुई है।
विदेशों में बिल्लियों को घरों में पाला जाता है और देखा जाता है कि जब बिल्ली अपने मालिक से दूर जा रही होती है तो इसका सिर्फ एक यही अर्थ निकाला जाता है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश कर रही है जिसकी वजह से बिल्ली घर में अंदर नहीं आ रही है लेकिन इसके विपरीत जब बिल्ली परिचितों के पास आती है तो इसका मतलब है कि नकारात्मक ऊर्जा घर से बाहर जा रही है।
मिस्र में बिल्लियों को भगवान का रूप मानकर पाला जाता है क्योंकि वहां के लोगों का यह मानना हैं कि यदि बिल्ली आपके पैरों पर आकर के लिपट जाती हैं और अपना प्यार जाहिर करती हैं तो इसका मतलब होता है कि भगवान हमें संदेश दे रहे हैं कि आप को नकारात्मक ऊर्जा या रूहानी आत्माओं से मुक्ति मिल रही है।
इसके विपरीत यदि बिल्लियां आपके घर से बाहर जा रही हैं तो इसका यही अर्थ है कि भगवान ने संदेश दिया कि नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर रही हैंं।