जुझारू खिलाड़ी हैं राहुल तेवतिया, जब पैर टूटने के बाद भी खेले मैच और ठोक दिए 197 रन

राजस्थान रॉयल्स के ऑलराउंडर राहुल तेवतिया की विस्फोटक बल्लेबाजी कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात हो सकती है, लेकिन जो लोग उनके साथ खेले हैं, वे जानते हैं कि तेवतिया क्या करने में सक्षम हैं? पिछले साल आइपीएल के तुरंत बाद तेवतिया इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम के लिए देहरादून गोल्ड कप टूर्नामेंट में पैर टूटने के बाद भी खेले। यही नहीं उन्होंने फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (FCI) की मजबूत टीम के खिलाफ 197 रनों की जबरदस्त पारी खेली।

एफसीआइ की टीम में ऋषि धवन जैसे खिलाड़ी शामिल थे, जो राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुके हैं।इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम के कप्तान और दिल्ली के पूर्व रणजी खिलाड़ी प्रवीण थापर ने समाचार एजेंसी आइएएनएस को बताया कि तेवतिया को एक मैच के दौरान यॉर्कर लगने के कारण दाहिने पैर में हेयरलाइन फ्रैक्चर आ गया था। हमारा अगला मैच एफसीआइ के खिलाफ था और वह खेलने नहीं चाहते थे। तेवतिया कहते रहे ‘मैं नहीं खेल सकता’।

हमने जोर देकर कहा कि उन्हें दौड़ने की जरूरत नहीं है, उन्हें सिर्फ बल्लेबाजी करनी है। बहुत ना नुकुर करने के बाद वह बल्लेबाजी के लिए गए और दर्द के कारण शुरू में संघर्ष करते दिखे। गेंद दूर जाने पर ही उन्होंने सिंगल्स लिए और डबल्स तो लिए ही नहीं।प्रवीण थापर ने आगे कहा कि पहले पांच ओवर के बाद जब मैं मैदान पर गया, तो उन्होंने कहा कि वह आगे खेलना जारी नहीं रख सकते। मैंने उनसे एक बार में पांच ओवर खेलने का बारे में सोचने को कहा। वह अर्धशतक बनाने में सफल रहे और मुझे बताया कि वह आगे खेलना जारी नहीं रख सकते। मैंने उन्हें खेलने के लिए मनाया।

अर्धशतक के बाद उन्होंने गियर बदला और शॉट्स खेलना शुरू कर दिया। उनका अगले 50 रन सिर्फ 15-20 गेंदों में बना दिए। तेवतिया की इस जुझारू पारी के बारे आगे बताते हुए प्रवीण थापर ने कहा कि एक बार जब वह 22 वें ओवर में 100 पर पहुंच गए, तो उन्होंने कहा कि वह आगे खेलना जारी नहीं रख सकते, क्योंकि दर्द बढ़ गया। लेकिन मैंने उनसे पांच ओवर और खेलने की कोशिश करने को कहा। इसके बाद फिर उनसे पांच ओवर और बल्लेबाजी करने को कहा। उन्होंने खेलना जारी रखा। दुर्भाग्य से, जब वह 197 पर थे, तो उन्होंने स्कूप शॉट खेली और शॉर्ट फाइन-लेग पर लपके गए।

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