जानिए: पांच ऐसे अधिकार जो हर व्यक्ति को जानने चाहिए
हमारा देश संघात्मक प्रणाली वाला देश है हमारा संविधान प्रत्येक व्यक्ति को समान रूप से समान अधिकार देता है आज के जमाने में बहुत से लोग ऐसे हैं जो इन अधिकारों को जानते नहीं हैं।तो चलिए दोस्तों आज हम उन पांच अधिकारों के बारे में आपको बताएंगे जिन्हें हर व्यक्ति को जाना चाहिए।
आत्मरक्षा का अधिकार
हमारे देश की कानून व्यवस्था अन्य देशों के मुकाबले संघात्मक प्रणाली होते हुए एकात्मक है प्रत्येक व्यक्ति को भारत का कानून अपनी रक्षा और अपनी संपत्ति की रक्षा करने अधिकार देता है। भारतीय दंड संहिता की धारा 96 से लेकर 106 तक में इसका वर्णन दिया गया है इसके अनुसार प्रत्येक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से जो उसका आहित या जान से मारने की कोशिश करता है तो ऐसे में वह व्यक्ति अपनी रक्षा करते हुए दूसरा व्यक्ति मर जाता है,तो वह आत्मरक्षा के संबंध में आता है।
घूमने-फिरने का अधिकार
भारतीय संविधान अनुच्छेद 21 एक व्यक्ति को घूमने फिरने का अधिकार देता है। प्रत्येक व्यक्ति जो भारत का निवासी है वह भारत में कहीं भी घूम सकता हैं।
रसोई गैस से हादसा होने पर हर्जाने की मांग का अधिकार
यदि यदि आपके घर में रसोई गैस है और अक्स मात से कोई हादसा हो जाता है। तो आपका अधिकार है कि इसके लिए आप सरकार से 4000000 रुपए तक का हर्जाना मांग सकते हैं।
अपनी मर्जी से शादी करने का अधिकार
प्रत्येक नागरिक लड़का हो या लड़की जो भारत में रहता है।और जिसकी उम्र 18 वर्ष से अधिक हो गई हो, वह अपने जीवनसाथी को खुद से चुनने का अधिकार रखताहई। यह अधिकार हमें संविधान द्वारा प्राप्त है।और इसका कोई विरोध नहीं कर सकता यदि इसका कोई विरोध करता है। तो भाई एक जुल्म करता है और अपराधी होता है। भारतीय दंड संहिता इसके लिए दंड का प्रावधान करती है।
तलाक का अधिकार
यदि पति और पत्नी लिव इन रिलेशनशिप में रहना नहीं चाहते हैं तो भारत का कानून तलाक का अधिकार खो देता है वह कोट द्वारा विधिक रुप से एक दूसरे को तलाक दे सकते हैं।