जानिए नर्क के रहस्यमयी गड्ढे का सच

सदियां गुजरने के बाद भी दुनिया में आज तक ऐसी कई अजीबोगरीब व रहस्यमयी घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं, लेकिन आज भी कुछ रहस्य छिपे हुए हैं कुछ तो लोगों को हैरान कर देती हैं। ऐसी ही कुछ रहस्यमयी घटना चेक रिपब्लिक के होउसका कैसल में भी घटी हैं। कहते हैं कि यहां एक रहस्यमयी गड्ढा है, जिसकी गहराई आज तक कोई नाप सका है।

स्थानीय लोगों का मानना था कि सूर्यास्त के बाद इस रहस्यमयी गड्ढे से भयानक जीव निकलते थे। काले पंख वाले वो जीव आधे मानव थे और आधे जानवर, जो पूरे देश में घूमते थे। इस रहस्यमयी गड्ढे के बारे में कहा जाता है कि 13वीं सदी में एक कैदी के सामने ये शर्त रखी गई थी कि उसकी सजा माफ कर दी जाएगी, लेकिन उसे ये देखकर आना होगा कि इस गड्ढे की गहराई कितनी है।

शर्त मानने के बाद उसे रस्सी द्वारा बांधकर उस अंधेरे गड्ढे में नीचे उतारा गया, लेकिन कुछ ही सेकेंड बाद उसके चीखने की आवाज आई। जब कैदी को बाहर निकाला गया तो वो लगभग बूढ़ा हो चुका था। उसकी उम्र सामान्य से कई साल बढ़ गई थी। होउसका कैसल के अंदर काम करने वाले लोग अक्सर यह दावा करते हैं कि उन्हें इमारत की निचली मंजिल पर अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती हैं।

होउसका कैसल को सन् 1253 से लेकर 1278 के बीच बनाया गया था। दरअसल, इस घर को बनाने के पीछे यहां रहने वाले ग्रामीणों का मकसद था उस रहस्यमयी गड्ढे को ढक देना, जिसकी गहराई अनंत है, जिसे ‘नर्क का द्वार’ कहते हैं।

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