जानिए आखिर माथे पर तिलक लगाने के बाद चावल के दाने क्यों लगाते हैं?
माथा क्या है पहले इसे जानते है माथा जो मेष राशि का सूचक है पूरी 12 राशियां सर से पैर तक है
मेष राशि – राशि चक्र में 1 st राशि है जो मंगल के अंडर में आती है जिसमें सूर्य उच्चता प्राप्त करता है
माथे पर तिलक से मंगल को खुद की राशि में स्थापित किया जाता है
मंगल क्या है पहले ये जान ले – मंगल के नाम से ही समझ आता है शुभ कार्य , दूसरा मंगल को सेनापति बोला गया है
मेष माथे में तिलक कर के मंगल की ऊर्जा दी जाती है मेष प्रथम राशि है जिसे आरंभ की राशि कहा जाता है किसी भी शुभ काम में सबसे पहले तिलक किया जाता है ताकि कार्य निर्विघ्न संपन्न हो सके
चावल के दाने चंद्रमा का प्रतीक है मंगल कंकू का दोनों के मिलने अच्छी ऊर्जा का संचार होता है
मंगल – ऊर्जा , शक्ति , चंद्रमा (चावल) – मन , शांति , इमोशन
दोनों की ऊर्जा मिलने से कार्य में उन्नति ओर विघ्न समाप्त होते है
इसलिए बोला जाता है दिमाग ठंडा रख कर काम किया कर
मंगल को आर्मी कमांडर बोला गया है मंगल युद्ध का भी कारक है ओर पूजा पाठ में शांति की आवश्यकता है युद्ध की नहीं इसलिए चंद्रमा की मदद से मंगल से शांति से काम करवाया जाता है
पूजा पाठ में ऊर्जा ओर शांति की आवश्यकता होती है
- सीताराम
- जवाब अच्छा लगे तो फॉलो करे , ताकि आप को मेरे लेख प्राप्त हो सके , मेरी ज्योतिष की कुछ रिसर्च है जो में आप से साझा करूगा , जो लोग gym नहीं जा पाते रोज एक्सरसाइज नहीं कर पाते है 21 दिन के बदलाव से, मात्र 4 दिन में ही gym जाने लगे ।
- ज्योतिष के अनुभव हनुमंत ज्योतिष संस्थान के साथ Real astrology 2021