जानिए आखिर ताजमहल बनवाने वाले शाहजहां का जनाजा कैसा था?
दुनिया को प्यार का प्रतीक ताजमहल देने वाला शाहजहां का जनाजा प्यार और परिवार के लिए तरसता रहा। (शाहजहां) जेल में कैद 8 सालों में औरंगजेब एक बार भी अपने पिता से मिलने नहीं आया।
यहां तक की मृत्यु के बाद ना केवल उनके जनाजे को कंधा देने से भी इंकार कर दिया। यहाँ तक की उनके जनाजे को किन्नरों और गुलामों से उठाया गया। 31 जनवरी 1666 ई को 74 साल की उम्र में शाहजहां की मृत्यु हो गई