क्या छींक रोकना हमारी मौत का कारण बन सकता है? जानिए सच
छींक, जम्हाई, मल मूत्र वीर्य का वेग नहीं रोकना चाहिए वरना शरीर में रोग उत्पन्न हो जाते हैं।
ऐसा होता है कि छींक रोकने की वजह से आंखों की रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं। इसके अलावा छींक रोकने से गर्दन में भी मोच आ सकती है। कुछ मामलों में छींक रोकने से दिल का दौरा पड़ने की आशंका भी रहती ही है।
इंग्लैंड के लेस्टर शहर में 34 वर्षीय एक व्यक्ति के इलाज के दौरान ये पता चला कि छींक रोकने की कोशिश के कारण उसके गले की कोशिकाएं फट गई थीं. एक्स-रे में पता चला कि छींक रोकने की कोशिश के चक्कर में दबाव से श्वासनली की कोशिकाएं फट गई हैं.