कैसे सामान्य हो कोरोना से बिगड़े हालात, एक्शन मोड में आए पीएम नरेंद्र मोदी
देश में कोरोनावायरस ने हाहाकार मचा रखा है। दिन-ब-दिन बिगड़ते हालात ने पूरी शासन व्यवस्था को परेशानी में डाल रखा है। वहीं दूसरी तरफ देश को इस परेशानी से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिन-रात इसपर नजर बनाए हुए हैं। कोरोना से पैदा हुए हालात की गंभीरता को समझकर प्रधानमंत्री ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। इसलिए अब हालात बहुत विकराल नहीं होंगे। ऐसे में उम्मीद यह की जा रही है कि 29-30 अप्रैल से लोगों की परेशानियां काफी हद तक कम हो जाएंगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि मई के पहले सप्ताह से स्थितियां तेजी से बदलेंगी। देश के 10 प्रमुख राज्यों को शीर्ष पर रखकर कोविड टास्कफोर्स भी अपना काम कर रहा है।
कोरोना से उपजे हालात से निपटने के लिए आज पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता की। देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता, दवाओं, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे आदि से संबंधित स्थिति का इसमें अवलोकन किया। इस बैठक के दौरान देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता और आपूर्ति में तेजी लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में, ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ाने पर काम कर रहे एम्पावर्ड ग्रुप ने प्रधानमंत्री को पूरी जानकारी दी। इसके साथ ही इस ग्रुप ने राज्यों को ऑक्सीजन के आवंटन में वृद्धि के बारे में पीएम को सूचित किया।
इससे पहले इस बात की जानकारी मिल रही थी कि देश में LMO का उत्पादन अगस्त 2020 में 5700 MT/दिन था जिसे बढ़कर वर्तमान में 8922 MT(25 अप्रैल 2021 को) कर दिया गया है। एलएमओ का घरेलू उत्पादन अप्रैल 2021 के अंत तक 9250 मीट्रिक टन/दिन तक करने का भी लक्ष्य रखा गया है।
इस बैठक में पीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों को जल्द से जल्द शुरू करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करें। अधिकारियों ने भी पीएम को अवगत कराया कि वे राज्यों को पीएसए ऑक्सीजन संयंत्र लगाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। इसके साथ ही बैठक में पीएम को ऑक्सीजन एक्सप्रेस रेलवे सेवा के कामकाज के साथ ही घरेलू टैंकों और अंतर्राष्ट्रीय मदद के बारे में बताया गया, जो भारतीय वायुसेना द्वारा ऑक्सीजन टैंकरों को लेकर आया गया।