किस बल्लेबाज ने आपको सबसे अधिक प्रभावित किया तथा क्यों? जानिए

डॉन ब्रैडमैन।

क्योंकि कोई और बैट्समैन उनके इर्द गिर्द फटक भी नहीं पाया। उनका क्लास ही अलग था।

कुछ तथ्य देखें

52 टेस्ट 80 पारी 6996 रन 29 शतक 13 अर्ध शतक 99.94 औसत

अब रन प्रति पारी का औसत ही लें

तो ब्रैडमैन के बाद दूसरे नंबर (59 -61 औसत) पे हैं 6 खिलाड़ी

(वोजेस, स्मिथ, सटक्लीफ, हेडली, पॉवेल , पेंटर )।

यानि ब्रैडमैन सेकंड बेस्ट से 64% बेहतर । जी हाँ सेकंड बेस्ट से 64% बेहतर।

अब आजकल के दिग्गजों का आंकड़ा देख ले

स्मिथ : 61.4

कोहली : 54.6

सचिन: 53.8

लारा: 52.8

मियाँदाद: 52.6

द्रविड़: 52.3

पोंटिंग: 51.9

क्रिकेट इतिहास में 2000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाने वालों में 60 से ज्यादाऔसत केवल 5 खिलाडियों का रहा है

ब्रैडमैन, स्टीवन स्मिथ, पोलॉक, जॉर्ज हेडली और सटक्लीफ

2 शतक और अर्ध शतक का अनुपात (जो लंबी पारी खेलने की काबिलियत दर्शाता है – न्यूनतम : 20 शतक

ब्रैडमैन 29/13 = 2.2

कोहली: 24/19 = 1.26

अज़हरुद्दीन: 22/21 = 1.04

क्लार्क: 28/27 =1.03

हेडेन : 30/29 = 1.03

स्टीवन स्मिथ: 23/24 = .0.95

सचिन:51/68 = 0.75

सहवाग: 23/32 = 0.72

लारा: 34/48 = 0.71

पोंटिंग: 41/62: 0.66

यहाँ भी ब्रैडमैन 2nd बेस्ट से 74% बेहतर हैं

और सचिन , लारा , पोंटिंग से तिगुना बढ़िया

टेस्ट प्रति शतक

ब्रैडमैन: 52 टेस्ट 29 शतक ; 1.79 टेस्ट प्रति शतक

स्टीवन स्मिथ : 64 टेस्ट 23 शतक ; 2.78 टेस्ट प्रति शतक

कोहली : 73 टेस्ट 24 शतक; 3.04 टेस्ट प्रति शतक

हेडेन: 103 टेस्ट 30 शतक; 3.43 टेस्ट प्रति शतक

सोबर्स : 93 टेस्ट 26 शतक ; 3.58 टेस्ट प्रति शतक

गावस्कर: 125 टेस्ट 34 शतक; 3.68 टेस्ट प्रति शतक

सचिन: 200 टेस्ट 51 शतक; 3.92 टेस्ट प्रति शतक

लारा: 131 टेस्ट 34 शतक ; 3 85 टेस्ट प्रति शतक

टेस्ट प्रति शतक में भी ब्रैडमैन 2nd बेस्ट से 36% आगे।

और बाकी दिग्गजों से 50% आगे।

ब्रैडमैन ने सचिन के बराबर टेस्ट खेले होते तो उनके 111 शतक होते !!

जाहिर है कोई तुलना ही नहीं है।

वो भी तब, जब ब्रैडमैन ने अपने कैरियर (1922 – 48) के उत्कर्ष (पीक ) के 7 साल द्वितीय विश्व युद्ध के कारण गँवा दिए ।

साथ ही उनके समय क्रिकेट में सारी मजबूत टीम ही थीं यथा – इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका । एकमात्र कमजोर टीम थी भारत की, जिसके खिलाफ मात्र एक सिरीज़ उन्होंने खेला। इसके उलट आजकल कमजोर टीमों की भरमार है – बांग्लादेश, ज़िम्बाब्वे और श्री लंका जिनके खिलाफ जो मर्ज़ी रिकॉर्ड बना लो।

  • साथ ही उस वक़्त नो हेलमेट।
  • और बॉडी लाइन सिरीज़ (1932–33) के पहले लेग साइड में फील्डरों की संख्या पे कोई पाबंदी भी नहीं थी । 1957 से इसे बदलकर स्क्वायर लेग के पीछे अधिकतम 2
  • बीमर फेंका जाता था (तेज़ गेंद – बल्लेबाज के शरीर को निशाना बना कर ) 1934 से इसे बैन कर दिया गया
  • अनलिमिटेड बाउंसर (अब 1 प्रति ओवर )

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