इसलिए होती है शादी में जूता छूपाने की रस्म
वैसे तो शादी में बहुत सारी रस्म होती है पर एक ऐसी भी रस्म है जो संवेदनशील भी है और हंसी ठिठोली से भरपूर भी,सब रस्मों के बीच इस रस्म की खास महत्वता है और इसको जूता छूपाई के नाम से जाना जाता है।
जूता छूपाई की रस्म लड़की पक्ष की तरफ से की जाती है जिसमें दूल्हे के जूते दूल्हन के भाई- बहन द्वारा छुपाए जाते है.
जिसके पीछे मंशा ये होती है कि दूल्हन को ले जाना इतना आसान नहीं है और दूल्हन पक्ष के लोग हर कोशिश कर रहे कि जाने में देरी हो।
वहीं एक वज़ह ये भी होती है कि दूल्हे को जूते देने के बदले उससे मनमाना वचन ले लिया जाए जिसमें मुख्य रूप से दूल्हन के लिए दूल्हा का साथ और समर्पण की इच्छा रखी जाती है।