जानिए ब्रोकोली का वैज्ञानिक नाम क्या है? यह कहाँ पाया जाता है ?
ब्रोकली (Broccoli) का पूरा साइंटिफिक नाम है, ब्रासिका ओलेरेसिया वैराइटी इटैलिका (Brassica oleracea var. italica)। यह पत्तागोभी, फूलगोभी, काले तथा ब्रुसेल्स स्प्राउट्स की भाँति फेमिली क्रुसीफेरी (Cruciferea) का पौधा है। स्वास्थ्य वर्धक गुणों से भरपूर होने के कारण विश्वभर में इसकी बहुत मांग है।
ब्रोकली में पानी 90%, कार्बोहाइड्रेट, 7%, प्रोटीन 3%, डाइटरी फाइबर 2.4% के अतिरिक्त विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक तथा पोटैशियम जैसे खनिज पाये जाते हैं। इसमें कैलोरी की मात्रा अति न्यून होती है।
ब्रोकली में मौजूद डाइटरी फाइबर्स पाचनतंत्र को शक्तिशाली बनाने के साथसाथ वजन को भी कम करते हैं।विटामिन सी इम्युनिटी बढाने के साथसाथ त्वचा को भी स्वस्थ और सुंदर बनाती है। विटामिन के1 से रक्त व हड्डियों के विकार दूर होते हैं, तथा विटामिन बी 9 (फॉलेट) गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी होती है। पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि खनिज रक्तचाप को ठीक रखने, हीमोग्लोबिन बढ़ाने तथा ह्रदय को स्वस्थ रखने में उपयोगी भूमिका निभाते हैं।
ब्रोकली में पाये जाने वाले तीन रसायन सल्फोराफेन (Sulforaphane) व इंडोल 3 कारबिनाल (Indole 3 carbinol), व कंफेरोल (Kaempferol) में कैंसररोधी गुण होते हैं। इनके अतिरिक्त ब्रोकली के ल्युटिन (lutein), जीजाइन्थिन (zeaxanthin), व बीटा केरोटीन जैसे रसायन आँखों को स्वस्थ रखते हैं। इसमें मिलने वाले अन्य आइसोथासिनेटस (Isothiocyanates) लीवर स्रावित एंजाइमों को प्रभावित करते हैं, स्ट्रेस कम करते हैं, आंतरिक सूजन को घटाते हैं, तथा शरीर की इम्युनिटी बढ़ाते हैं।
इसको कच्चा तथा सब्जी की तरह पकाकर खा सकते है, परन्तु इसे हल्की भाप में पकाकर खाना उत्तम होता है, क्योंकि इस तरह से पकाई ब्रोकली शरीर में कोलेस्ट्रॉल को विशेषतौर पर कम करती है। यह हरे, लाल, पीले, व नारंगी रंगों की होती है, परन्तु अधिकांश लोग हरे रंग की ब्रोकली ही पसंद करते हैं।