क्यों रेलवे ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच यात्रियों को ट्रेनों में मोबाइल चार्जिंग का उपयोग करने से मना किया है?
यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने यह फैसला लिया है कि रात के समय ट्रेन कोच में यात्री चार्जिंग पॉइंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक ट्रेनों में चार्जिंग प्वाइंट बंद रखा जाएगा।
रात में बहुत से यात्री मोबाइल व लैपटाप को चार्जिंग पर लगाकर छोड़ देते हैं। ऐसे में ओवरहीटिंग होने पर आग लगने का खतरा रहता है।
कुछ ट्रेनों में आग लगने की घटनाएं सामने आने के बाद रेलवे यह कदम उठाने पर मजबूर हो रहा है। रेलवे के सीनियर अधिकारियों के अनुसार, रात में ट्रेनों में मोबाइल चार्ज करने की सुविधा को बंद करने के फैसले को एहतियाती कदम है। एक रिपोर्ट में रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को चार्ज करने के लिए उपयोग किए जाने वाले प्वाइंट्स को रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रखा जाएगा।
भारतीय रेलवे के नए नियम से लाखों रेल यात्री प्रभावित होंगे. हालांकि इस नए नियम के तहत रात में मोबाइल-लैपटॉप की चोरी जैसी घटनाएं कम होंगी, साथ ही ओवर चार्जिंग की वजह से मोबाइल ब्लास्ट की आशंका भी खत्म हो जाएगी।
बता दें, 13 मार्च को दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्स-प्रेस में आग लग गई थी। आग एक कोच से शुरू हुई और देखते ही देखते 7 कोच तक फैल गई। हालांकि इस आगजनी घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा और सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया था। इस घटना के बाद रेलवे ने एक जांच कमेटी बनाई जिसमें ये बात सामने ए कि चार्जिंग सॉकेट की वजह से रेल के डिब्बों में आग लगी होगी। इसी तरह सिगरेट पीने वालों पर भी नकेल कसने का रेलवे ने फैसला किया है।