केंद्र सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर ही केंद्रीय एजेंसियां क्यों एक्शन ले रहीं हैं ? जानिए
केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ बोलने का मतलब है आप केंद्र सरकार को गाली दे रहे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार एक्शन लेने में हर तरह से सक्षम होती है। वह खामखां चुप क्यों बैठे? जाँच के माध्यम से उसकी छीछीलेदर करने का मतलब ही उसे थप्पड़ मारना समझिये ताकि भविष्य में वह ऐसी हिमाक़त न कर सके।
इसमें केवल सरकारी एजेंसी से एक्शन करवाना ही मत समझिये। कभी कभी लोग अपनी रोज़ी-रोटी से भी हाथ धो बैठते हैं। प्रसून बाजपेयी, अभिसार शर्मा, अजीत अंजुम आदि कई ऐसे पत्रकार हैं जो अपनी रोज़ी-रोटी से हाथ धो बैठे हैं और अब किसी भी टी वी चैनल पर नज़र नहीं आते हैं।
NDTV इस त्रासदी को सफलतापूर्वक झेल चुका हैं, तभी रवीश कुमार इसमें टिके हुए हैं। किसी अन्य चैनल में होते तो वे अब तक अपने घर में आराम फ़रमा रहे होते।